नई दिल्ली: वैष्णो देवी मंदिर के लिए यात्रा अब ज्यादा आसान हो सकती है, क्योंकि गुफा मंदिर के आधार शिविर कटरा तक के लिए जुलाई तक कई मेल, एक्सप्रेस और लोकल ट्रेनें शुरू करने की तैयारी है। 25 किलोमीटर लंबे उधमपुर-कटरा रेलवे लाइन का काम लगभग पूरा हो चुका है और रेलवे कटरा तक ट्रेन चलाने की मंजूरी प्राप्त करने के लिए इसे रेल सुरक्षा आयुक्त के सुपुर्द कर देगा।
इस पहाड़ी रेलमार्ग को चालू करने से पहले रेलवे बोर्ड के प्रमुख विनय मित्तल और उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक वीके गुप्ता इसका पूरी तरह निरीक्षण करेंगे। कश्मीर रेल संपर्क परियोजना से जुड़े उत्तर रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘नए रेलवे लाइन को चालू करने के लिए सीआरएस से सुरक्षा संबंधी मंजूरी लेनी अनिवार्य है। इस रेलमार्ग के 3.1 किलोमीटर लंबे टी1 सुरंग पर बैलास्टलेस रेल पटरी बिछाने के काम के अलावा बाकी काम पूरे कर लिए गए हैं। टी1 सुरंग पूरे रेलमार्ग की सबसे दुर्गम सुरंग है। मौजूदा समय में यात्री सिर्फ जम्मू तक ट्रेन से जा पाते हैं। वैष्णो देवी जाने के लिए यात्रियों को जम्मू से सड़क मार्ग का इस्तेमाल करना पड़ता है।
ये ट्रेनें चलेंगी
नई दिल्ली-उधमपुर एक्स.
सराय रोहिल्ला-उधमपुर एक्स.
जम्मू मेल
चंडीगढ़-कटरा एक्स.
अहमदाबाद-उधमपुर एक्सप्रेस
दिल्ली-पठानकोट एक्स.
उत्तर संपर्क क्रांति
कटरा रेल रूट की खासियत
07 सुरंगें, 30 छोटे एवं बड़े पुल हैं इस रेलमार्ग पर
185 फीट की ऊंचाई पर स्थित है एक सुरंग
01 करोड़ श्रद्धालु वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा करते हैं हर साल
तिरुपति के बाद सबसे ज्यादा श्रद्धालु वैष्णो देवी आते हैं
वैष्णो देवी के दर्शन के लिए हर साल करीब 80 लाख श्रद्धालु आते हैं। तिरुपति के तिरुमाला वेंकटेश्वरैया मंदिर के बाद सबसे ज्यादा तादाद में भक्त वैष्णो देवी के ही दर्शन के लिए आते हैं। वैष्णो देवी मंदिर और आसपास की व्यवस्था का जिम्मा श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के पास है।
कैसे जाएं
वैष्णो देवी जम्मू के उत्तर में 52 किलोमीटर की दूरी पर और कटरा से 14 किमी की दूरी पर स्थिति हैं। कटरा करीब 2800 फुट की ऊंचाई पर स्थित है और जम्मू से यहां पहुंचने में बस से दो घंटे का समय लगता है। सबसे नजदीकी एयरपोर्ट जम्मू है, जो कटरा से 48 किमी दूर है। अगर ट्रेन से जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो जम्मू तक ट्रेन से जा सकते हैं। जम्मू पहुंचने के बाद बस द्वारा कटरा तक पहुंचा जा सकता है। इसमें दो घंटे का वक्त लगता है। कटरा से आगे मंदिर तक की 13 किलोमीटर की यात्रा पैदल चलकर पूरी करनी पड़ती है। पैदल चलने के अलावा कटरा से ऊपर का रास्ता आप घोड़े के जरिये भी तय कर सकते हैं।
ऑनलाइन कराएं बुकिंग
आप यात्रा की प्लानिंग ऑनलाइन कर सकते हैं और तमाम बुकिंग भी ऑनलाइन करा सकते हैं। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ऑनलाइन यात्रा रजिस्ट्रेशन करता है। यात्री यात्रा रजिस्ट्रेशन स्लिप और कमरों की बुकिंग के अलावा पूजन बुकिंग भी ऑनलाइन करा सकते हैं। इसके लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर आपको रजिस्टर कराना होता है और आईडी-पासवर्ड लेने होते हैं। अब इस यूजर नेम और पासवर्ड के साथ लॉग-इन करें और यात्रा पर्ची हासिल करें। फिर इस पर्ची का प्रिंटआउट ले लें। यात्रा पर्ची के लिए कोई फीस नहीं देनी होती।
कटरा से आगे का सफर शुरू करने से पहले इन बातों का खयाल रखिए:
– अगर विडियो कैमरा लेकर जाना चाहते हैं तो उसकी इजाजत ले लें। इजाजत न मिल तो अपने विडियो कैमरा को कटरा में ही जमा करा दें। रास्ते में शूटिंग करना प्रतिबंधित है।
– कटरा में बुकिंग काउंटर पर रजिस्ट्रेशन कराएं और यात्रा पर्ची लें। यात्रा पर्ची बताए गए तरीके से ऑनलाइन भी ली जा सकती है।
– पिट्ठू, पोनी या पालकी ले रहे हैं तो उन्हें चलाने वालों का आईकार्ड जरूर चेक कर लें।
– चढ़ाई के दौरान तमाम सुविधाएं मिल जाती हैं इसलिए जितना हो सके, कम-से-कम सामान लेकर चलें।
– पॉलिथीन बैग का इस्तेमाल करने से बचें।
– चढ़ाई के दौरान बताए गए रास्ते का ही प्रयोग करें और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लें। शॉर्ट-कट के चक्कर में न पड़ें।
– डोनेशन को डोनेशन काउंटर पर ही दें और बाकायदा इसकी रसीद लें।
– सुरक्षा जांच में सुरक्षा एजेंसियों की मदद करें।
– वातावरण को साफ-सुथरा बनाए रखें। प्लास्टिक बैग उपयोग न करें।
– बहुत ज्यादा कैश, जूलरी या कोई और कीमती सामान ले जाने से बचें।
– अजनबियों पर भरोसा न करें।
– भिखारियों को बढ़ावा न दें।