यूपी के प्रतापगढ़ में बलीपुर गांव के प्रधान नन्हे यादव हत्याकांड की चार्जशीट में सीबीआई ने राजा भैया का नाम शामिल नहीं किया है। सूत्रों के मुताबिक प्रधान नन्हे यादव और उसके भाई सुरेश यादव की हत्या में सीबीआई ने पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का हाथ नहीं पाया है, इसलिए दाखिल आरोप पत्र में पूर्व मंत्री का नाम नहीं है।
गौरतलब है कि सीबीआई से जुड़े सूत्रों ने संभावना जाहिर की थी कि सीओ जियाउल हक की हत्या मामले में सीबीआई अपनी चार्जशीट में राजा भैया के खिलाफ किसी आरोप पर जोर नहीं देगी। प्रतापगढ़ स्थित बलीपुर गांव के प्रधान नन्हे यादव की हत्या के बाद भड़की हिंसा में सीओ हक की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।
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सूत्रों के अनुसार, एजेंसी को इलाके के ताकतवर राजनेता राजा भैया के खिलाफ अभी तक कोई सुबूत नहीं मिला है। मारे गए सीओ हक की पत्नी ने एफआईआर में राजा भैया को आरोपी बनाया था। सूत्रों का कहना है कि एजेंसी ने हर पहलू से मामले की जांच की है लेकिन हत्या या फिर घटना की साजिश में राजा भैया की सीधी संलिप्तता का कोई सुबूत नहीं मिला है।
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एजेंसी जल्द ही संबंधित कोर्ट के सामने चार्जशीट दाखिल करेगी और यदि राजा भैया के खिलाफ कोई सुबूत मिलता है तो वह पूरक चार्जशीट दाखिल करेगी। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई पुलिस अधिकारी की हत्या में मारे गए प्रधान नन्हे यादव के बेटे बबलू यादव को मुख्य आरोपी बनाएगी जबकि नन्हे यादव की हत्या में कामता पाल के दो बेटों अजय पाल और विजय पाल को आरोपी बनाएगी।