प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार ने कहा कि जून 2015 तक सभी शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के रूप में नियुक्ति दे दी जाएगी।
टीईटी को सरकार वैध मानकर टीईटी पास को नियुक्ति देने का काम कर रही है। स्कूलों में स्पोर्ट्स की गतिविधियां न होने पर उन्होंने कहा कि सरकार से खेलों के लिए अलग से बजट की व्यवस्था कराई जाएगी।
डाक बंगले पर पत्रकारों से बातचीत में प्रमुख सचिव ने कहा कि हमें शिक्षा के स्तर को सुधारना होगा। सबसे पहले विश्वास कायम करना है। जनता को लगे कि हम उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा दे रहे हैं। सुधार की बहुत गुंजाइश है। जिन स्कूलों में गणित और विज्ञान के टीचर नहीं हैं, पांच महीने में उनकी व्यवस्था हो जाएगी। अनुदेशक रखे जाने की प्रक्रिया जून तक पूरी हो जाएगी। टीईटी को सरकार वैध मान चुकी है।
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टीईटी पास की नियुक्ति भी शुरू कर दी गई है। शिक्षकों को वेतन जारी नहीं होने की तकनीकी कमी को दूर कर लिया गया है। नगरीय क्षेत्रों में जहां शिक्षक नहीं हैं, वहां प्रमोशन से आए शिक्षकों को नियुक्त किया जाएगा। किराए के जर्जर भवनों में स्कूल बंद करने पड़े हैं। स्कूलों में खेलों का आयोजन न होने पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बेसिक शिक्षा में 22 हजार करोड़ खर्च कर रही है।
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खेल के 500 करोड़ से कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। इस पर गंभीरता से विचार करना होगा।
पढ़ाई के समय दूसरा काम नहीं
चुनाव ड्यूटी, दैवीय आपदा को छोड़कर किसी भी काम में अब शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। यदि शिक्षकों से जिला प्रशासन राशन कार्ड के सर्वे का कार्य कराता है तो यह स्कूल समय के बाद कराना होगा। स्कूल के समय में अध्यापन के अलावा और कोई काम नहीं लिया जाएगा।