लखनऊ : होमगार्डो की ड्यूटी लगाने को लेकर विभाग में चल रही जंग का पटाक्षेप हो जाने के बाद अब अफसर एक और नया प्रयोग करने जा रहे हैं। होमगार्डो को ड्यूटी की जानकारी के लिए चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। विभाग की ओर से उनके मोबाइल पर आने वाले एसएमएस से पता चल जायेगा कि उन्हें कहां ड्यूटी करनी है।
सूबे में होमगार्डो की संख्या 1.18 लाख है। प्रतिमाह पचपन से साठ हजार होमगार्डो को तैनाती दी जाती है। होमगार्ड की ड्यूटी कहां लगी है, यह जानने के लिए उसे अपने ऊपर के लोगों की खुशामद करने के साथ ही मुट्ठी गरम करनी पड़ती है। ऐसे में बेहद कम मानदेय पाने वाले होमगार्ड शोषण का शिकार होते हैं। साफ्टवेयर सिस्टम से होमगार्ड की ड्यूटी लगाने से विभाग में पारदर्शिता आयी है। विभाग के उच्चाधिकारियों के मुताबिक इस व्यवस्था से होमगार्ड को कहीं भी इंटरनेट ढाबे से अपनी ड्यूटी की जानकारी पता चल जायेगी। हालांकि अभी होमगार्ड इतने जागरूक नहीं हैं, लिहाजा उन्हें एसएमएस के जरिए भी सूचना देने का बंदोबस्त हो रहा है। इसके लिए सभी होमगार्डो के मोबाइल नंबरों की सूची बन रही है। सूत्रों के मुताबिक विभाग एनआइसी से इसके लिए समन्वय स्थापित कर रहा है, ताकि साफ्टवेयर में ड्यूटी अपलोड होते ही उसका एसएमएस सम्बंधित होमगार्ड के मोबाइल पर पहुंच जाए।
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उल्लेखनीय है कि होमगार्ड विभाग में साफ्टवेयर सिस्टम से ड्यूटी लगाने का कार्य मुख्यमंत्री के निर्देश पर किया जा रहा है। इस कार्य के शुरू होते ही विभाग में खेमेबंदी हो गयी। कुछ अफसरों ने विभागीय मंत्री को भी साफ्टवेयर सिस्टम के खिलाफ कर दिया। यहां तक कि मंत्री ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस व्यवस्था के औचित्य पर सवाल उठा दिया। इसके बाद बीते दिनों मुख्यमंत्री ने मंत्री और विभागीय अधिकारियों को बुलाकर पंचायत की। इस पंचायत में अपर पुलिस महानिदेशक होमगार्ड्स प्रमोद कुमार तिवारी ने साफ्टवेयर सिस्टम के लाभ गिनाये। तिवारी ने बताया कि इस सिस्टम के लागू होने से शोषण खत्म होगा। मुख्यमंत्री अफसरों के तर्क से प्रभावित हुए। उन्होंने साफ्टवेयर सिस्टम की खूब सराहना की और तय कर दिया कि इसी से होमगार्डो की ड्यूटी लगेगी। इसके बाद साफ्टवेयर सिस्टम से ही ड्यूटी लग रही है और भविष्य में एसएमएस पर उसकी सूचना भी आने लगेगी। होमगार्ड एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की विशेष पहल से ही यह सब संभव हो रहा है, वरना होमगार्डो तो बराबर छले जा रहे थे।
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