फर्रुखाबाद: केंद्र सरकार की नगरीय क्षेत्रो में कौशल सुधार योजना को फर्रुखाबाद डूडा और एनजीओ मिलकर चाट गए है| यह योजना गरीबो को रोजगार अवसर प्रदान करने के लिए विभिन्न क्षत्रो में ट्रेनिंग देने के लिए होती है| डूडा को इसे पूरा करना होता है जिसमे कार्यदायी संस्था के रूप में एक एन जी ओ प्रशिक्षण देने के लिए चुना जाता है| ये एनजीओ प्रशिक्षण देता है और बदले में शुल्क सरकार से वसूलता है| प्रशिक्षण के दौरान उन्हें सम्बन्धित कोर्स का किट दिया जाता है| इसी के द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है| मगर सबसे बड़ा सवाल ये है किप्रशिक्षण तो बिना किट के ही पूरा हो गया है| किट और मानदेय के लिए जिलाधिकारी तक शिकायत हुई है| स्थित ये है कि 15 दिन पहले डीएम को ज्ञापन देने के बाद बुधवार को दुबारा ज्ञापन देने की नौबत आ गयी है| जनसमस्या जस की तस है|
नगर में कुछ महीनो पहले कौशल सुधार योजना के तहत सिलाई कढ़ाई आदि का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद केवल प्रमाण पत्र थमा दिया गया और मानदेय पर सरकारी कर्मियों की बुरी नजर पड़ गयी| प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली दर्जनों महिलाएं बुधवार को दुबारा जिलाधिकारी से मिली और मानदेय और किट दिलाने की गुहार लगायी|
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हो सकता है कि प्रशिक्षण हुआ ही न हो?
शिकायत करने वाली महिलाओ का कहना है कि एनजीओ संचालक ने उनसे कहा है जब तक उसका भुगतान नहीं हो जाता तब तक वो किट नहीं देगा| मगर प्रशिक्षण में किट तो पहले जरुरत पड़ती है| तो फिर बिना किट के ही हुआ प्रशिक्षण पूरा और संतोषजनक कैसा हो गया| कहीं दाल में काला है या पूरी दाल ही काली है| केवल खानापूरी हुई हो| ये भी जाँच का विषय है| एन जी ओ द्वारा प्रशिक्षण में आमतौर पर यही होता है| सम्बन्धित विभाग और एन जी ओ दोनों मिलकर खाते है और घालमेल करने की छूट एनजीओ को देते है| केवल उपस्थिति पत्रक पर हस्ताक्षर करा कर कागजो का पेट भर दिया जाता है ताकि कोई यह न कह सके कि प्रशिक्षण नहीं हुआ है| इस तरह से एन जी ओ का काफी पैसा बचता है| प्रशिक्षण किट के साथ साथ तैनात ट्रेनर और नाश्ते खाने का भी पैसा बच जाता है|
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फिलहाल जिलाधिकारी ने बुधवार को एक बार फिर से महिलाओ को भरोसा दिलाया है कि अगले पंद्रह दिनों में उन्हें मानदेय और किट दिला दी जाएगी| इस बार 100 महिलाओ को सिलाई कढ़ाई और 50 महिलाओ को ब्यूटीशियन का कोर्स कराया गया| आयशा सेवा संस्थान मनिहारी स्ट्रीट द्वारा नगला प्रीतम भोलेपुर में ये सेण्टर चलाया गया दिखाया गया| शिकायत करने वाली महिलाये नीलम सागर, ज्योति सागर, रेनू, सोनी, सविता, रजनी पूर्णिमा, पिंकी, रूचि, कुमकुम, मिथलेश, निशा, ऋचा, कीर्ति आदि थी|