लखनऊ : अदालती आदेश की अवमानना करने के आरोपी आला अधिकारियों के विरुद्ध शुक्रवार को भी गिरफ्तारी वारंट जारी करने का सिलसिला चला। उच्च न्यायालय के निर्देश पर सीजेएम प्रमोद कुमार त्यागी ने प्रमुख सचिव, शिक्षा अनिल संत सहित नौ अधिकारियों के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी किया। साथ ही पुलिस को निर्देश दिया कि अधिकारियों को गिरफ्तार कर अदालत के समक्ष पेश किया जाए।
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उच्च न्यायालय के आठ मई के आदेश के अनुपालन में सीजेएम प्रमोद कुमार त्यागी ने कुंदन लाल की याचिका पर प्रमुख सचिव शिक्षा अनिल संत, नोवा इंस्टीट्यूट की याचिका पर लविप्रा के अधिशासी अभियंता आरएन सिंह तथा नजूल अधिकारी नंदलाल सिंह एवं पंकज कुमार की याचिका पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया हजरतगंज शाखा के ब्रांच मैनेजर एचएस बरार व जनरल मैनेजर एचआरडी सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया नारीमन प्वाइंट एपी शुक्ला को गिरफ्तार कर 25 मई को अदालत के समक्ष पेश करना है। इन सभी याचिकाओं पर उच्च न्यायालय के समक्ष 29 मई को सुनवाई होगी। आठ मई को ही श्यामा देवी की याचिका पर पारित आदेश के अनुपालन में अदालत ने निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार देवेन्द्र नाथ वर्मा को गिरफ्तार कर 27 मई तक पेश करने को कहा है। इस याचिका पर 30 मई को सुनवाई होगी। नौ मई के आदेश के पालन में त्रिलोचन सिंह की याचिका पर एडिशनल डायरेक्टर कृषि (प्रशासन) एनके पालीवाल एवं अमरेश कुमार शुक्ला की याचिका पर सेंट्रल बैंक सिविल लाइन फैजाबाद के मुख्य प्रबंधक अमिताभ गुप्ता तथा सेंट्रल बैंक क्षेत्रीय कार्यालय के एससी भयाना के विरुद्ध 27 मई के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। दोनों ही मामलों की सुनवाई 31 मई को होगी। अब तक अवमानना मामले में सीजेएम द्वारा उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में 27 अधिकारियों की गिरफ्तारी के वारंट जारी किए हैं।
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