परिषदीय स्कूलों के बच्चों की यूनिफॉर्म का रंग हो सकता है ‘सपाई’

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लखनऊ : राजनीतिक प्रतीकों की लड़ाई में इस बार परिषदीय स्कूालों के बच्चों की यूनिफार्म का रंग बसपाई नीले से बदल कर सपाई हरा या गुलाबी भी हो सकता है। आपको याद ही होगा कि बसपा शासनकाल में ही बच्चोंप की ड्रेस से खाकी रंग के नेकर और आसमानी रंग की जंपर या स्कार्ट का रंग बदल कर बसपा के झंडे के रंग से मिलता जुलता गहरा नीला कर दिया गया था।

Dressजुलाई से शुरू होने वाले नये शैक्षिक सत्र में प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित 1।49 लाख स्कूलों में पढ़ने वाले 1।85 करोड़ बच्चे नए रंग की यूनिफॉर्म में नजर आएंगे। शासन में उच्च स्तर से प्राप्त निर्देश के अनुपालन में अधिकारी परिषदीय स्कूलों के बच्चों की यूनिफॉर्म का नया रंग चुनने में जुटे हैं। परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले लड़के अभी आसमानी नीले रंग की शर्ट और स्लेटी रंग का पैंट पहनते हैं। वहीं लड़कियां आसमानी नीले रंग का टॉप और स्लेटी रंग की शर्ट पहनती हैं। उच्च प्राथमिक स्कूलों की लड़कियां आसमानी रंग की कमीज और सफेद सलवार पहनती हैं। विभागीय सूत्रों के मुताबिक शासन में उच्च स्तर की यह मंशा है कि बच्चों के यूनिफॉर्म का रंग बदला जाए। इस संबंध में विभागीय मंत्रियों के बीच अनौपचारिक चर्चा भी हो चुकी है। परिषदीय स्कूलों के बच्चों को सरकार नि:शुल्क यूनिफॉर्म उपलब्ध कराती है। नए शैक्षिक सत्र में तकरीबन 1।85 करोड़ बच्चों को दो सेट यूनिफॉर्म मुहैया कराई जानी है।

इतनी बड़ी संख्या में यूनिफॉर्म उपलब्ध कराने की व्यवस्था में भी वक्त लगेगा। लिहाजा यूनिफॉर्म का नया रंग पसंद करने का काम शिद्दत से जारी है। बीच में यह सुझाव भी आया था कि यूनिफॉर्म का रंग सफेद कर दिया जाए, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में सफेद रंग की यूनिफॉर्म जल्दी गंदी हो जाएगी, इसलिए इस मशविरे को दरकिनार कर दिया गया। नए रंग के चयन और उस पर उच्च स्तर की पसंद की मुहर लगवाने की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग के एक निदेशक स्तर के अधिकारी को सौंपी गई है।