FARRUKHABAD : लोकसभा टिकट की दावेदारी को लेकर भारतीय जनता पार्टी में अब रायता फैलने की स्थित बनती जा रही है। बीते दिन ही चार आवेदन जिलाध्यक्ष के दरबार में पेश हो चुके हैं। रविवार को डा0 रजनी सरीन ने भी दावेदारी ठोकते हुए अपना आवेदन पत्र भरकर जमा कर दिया।
चुनाव में जीत हार तो बाद की बात है लेकिन वर्तमान में पांच लोकसभा टिकट के दावेदारों ने ताल ठोक दी है। जिसमें शनिवार को मुकेश राजपूत, मिथलेश अग्रवाल, अलीगंज एटा निवासी रामगोपाल शाक्य, व अशोक रतन शाक्य ने आवेदन कर दिया था। पांचवां आवेदन डा0 रजनी सरीन के रूप में जिलाध्यक्ष के सामने पहुंच गया। अभी तकरीबन आधा दर्जन आवेदनों के और आने की संभावना जतायी जा रही है। जिसमें हरदोई के एक पूर्व सांसद व अमृतपुर क्षेत्र से एक वरिष्ठ भाजपा नेता शामिल हैं।
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प्रत्याशी घोषित होने से पहले ही अपने अपने को लोकसभा के लिए सक्षम साबित करने में भाजपा नेता हर संभव कोशिश में लग गये हैं। कोई अपनी कर्तव्य निष्ठा की दुहाई दे रहा है तो कोई भाजपा में अपनी उम्र गुजार देने की बात कहकर टिकट हथियाने की जुगत में लगे हैं। प्रश्न अब यह खड़ा होता है कि जब आवेदन के बाद लोकसभा प्रत्याशी की टिकट एक ही व्यक्ति को दी जायेगी और उसके बाद आपसी मतभेद और बढ़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। पहले ही जिला कमेटी को लेकर न जाने कितनी जगह प्रदर्शन हो चुके हैं। अब प्रत्याशिता को लेकर विद्रोह पनप सकता है।
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बीते तीन दिन पूर्व लोहाई रोड स्थित एक भाजपा नेता के आवास पर जिला कमेटी के नाराज चल रहे मण्डल अध्यक्षों को बुलाकर उनकी आवभगत की गयी थी। तब से शायद मामला कुछ ठंडा पड़ गया। लेकिन आगामी लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी की घोषणा के बाद कोई बड़ा बबंडर खड़ा होने कयास लगाये जा रहे हैं।