NABABGANJ (FARRUKHABAD) : जिलाधिकारी पवन कुमार ने नबावगंज क्षेत्र में सरकारी गेहूं क्रय केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कम खरीद की जानकारी दिये जाने पर जिलाधिकारी ने केन्द्र प्रभारी को जमकर लताड़ लगायी। डीएम ने हिदायत दी कि एक सप्ताह के अंदर कम से कम 500 कुन्तल खरीद की जाये।
बुधवार को जिलाधिकारी गेहूं खरीद केन्द्र बबना पहुंचे जहां पर उन्होंने जांच पड़ताल की। बबना केन्द्र प्रभारी राजवीर सिंह यादव से गेहूं खरीद के बारे में जानकारी की। जहां केन्द्र प्रभारी राजवीर सिंह द्वारा खरीद कम हो पाने की जानकारी देने पर जिलाधिकारी विफर गये। उन्होंने जमकर लताड़ लगतो हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर खरीद कम से कम 500 कुन्तल की जाये। जिसके बाद डीएम ने अभिलेखों के अलावा चेकों में सील व रजिस्टर भी देखे। जहां पर पाया गया कि रजिस्टर प्रमाणित नहीं थे व चेकों पर एकाउंट पेई मोहर नहीं लगी थी। डीएम ने कहा कि इनको बनाकर तत्काल चेक करायें। उन्होंने गेहूं कम खरीद का कारण पूछा। केन्द्र प्रभारी ने बताया कि बाजार में आढ़ती किसान का गेहूं 1300 रुपये खरीद लेते है। जिससे उनको नगद पैसा मिल जाता है। जिससे किसान केन्द्रों पर गेहूं नहीं बेच रहा। इसके अलावा किसानों को चेक व बैंक खाता की झंझट से बचने के लिए सीधे आढ़तियों को बेचना ज्यादा अच्छा समझ रहे हैं।
[bannergarden id=”11″]
कुछ लोगों द्वारा बबना केन्द्र पर अन्य गांवों का गेहूं खरीदने की शिकायत करने पर जिलाधिकारी ने कहा कि ग्राम सम्बद्धीकरण योजना खत्म कर दी है। किसी भी गांव का व्यक्ति किसी भी सोसाइटी पर गेहूं बेच सकता है। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी क्रय विक्रय केन्द्र के बगल में ही स्थित एक आढ़त पर लगे बोरों के ढेर को देखकर डीएम उस पर पहुंचे। दुकानदार से पूछा तो उसने बताया कि वह 1280 व 1285 में गेहूं खरीद रहे हैं। जिस पर डीएम ने सरकारी गेहूं खरीद केन्द्र प्रभारियों को जमकर लताड़ लगायी। उन्होंने कहा कि आप लोग मिलीभगत करके जनता को लूटना चाह रहे हैं। एक सप्ताह के अंदर 500 कुंतल की खरीद सुनिश्चित करिए।