FARRUKHABAD : प्रेम का रिश्ता भरोसे पर टिका रहता है, इसी भरोसे में कभी कभी सारी हदें पार हो जाती हैं। व्यक्ति अपनी जिस्मानी भूख मिटाने के लिए प्रेम के पवित्र रिश्ते को बहसीपन का नाम दे देता है। तीन साल पहले शहर क्षेत्र के एक जरदोजी व्यापारी के पुत्र ने अपनी ही महिला कारीगर के साथ शारीरिक सम्बंध बनाये और जब पेट में उसका बच्चा आ गया तो उसने अपने हाथ खड़े कर दिये। हद तो तब हो गयी जब आशिक ने गर्भवती युवती के पेट में लातें मारीं जिससे उसका गर्भपात हो गया। युवती की तहरीर पर शहर कोतवाली में युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। युवक को जेल भेज दिया। भाई गुड्डू अभी भी फरार चल रहा है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला गढ़ी कोहना निवासी एक युवती मोहल्ले के ही आशिकीन अंसारी पुत्र बाबू मुनक्का अंसारी के जरदोजी कारखाने में काम करती है। धीरे धीरे युवती के साथ आशिकीन की आशिकी बढ़ गयी तो आशिकीन ने इस बात को युवती के परिजनों के सामने रखा और कहा कि वह उससे शादी करना चाहता है। फिल्मी अंदाज में अशिकीन ने लड़की का हाथ मांगा तो सभी स्तब्ध रह गये। हालांकि युवती के परिजन इस बात से राजी हो गये तो युवती को भी भरोसा हो गया कि उसकी शादी हो जायेगी। इसी भरोसे से बहला फुसला कर आशिकीन ने तीन साल तक युवती के साथ बिस्तर गर्म किया। इसी बीच उसके पेट में गर्भ ठहर गया। गर्भ ठहरने के बाद आशिकीन ने युवती से सम्बंध थोड़े दूर कर लिये और उधर आशिकीन का विवाह दूसरी जगह से तय कर दिया गया। इस बात की जानकारी जब युवती को हुई तो युवती 31 मार्च 2013 को आशिकीन के घर पहुंची और उससे शादी करने की बात कही। जिस बात से नाराज होकर आशिकीन व उसके भाई गुड्डू ने युवती के साथ जमकर मारपीट कर दी।
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जिससे उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गयी। पूरे घटनाक्रम में कई बार इस मामले में पंचायतें भी हुईं और मीडिया की सुर्खियों में भी मामला आया लेकिन मुस्तकीन किसी भी कीमत पर शादी करने को तैयार नहीं हुआ। थक हार कर युवती ने पुलिस की शरण ली। पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर आरोपी आशिकीन अंसारी व उसके भाई गुड्डू पुत्र बाबू मुनक्का अंसारी के खिलाफ धारा 376, 506, 303 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया। शुक्रबार को पुलिस ने अशिकीन अंसारी को गिरफ्तार कर लिया व न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।