फर्रूखाबादःदीपावली से एक दिन पूर्व शहर के नेकपुर पुल पर हुई सर्राफ लूटकांड का शातिर अपराधी हरनाम रविवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया। मुखबिर की सूचना पर गुडवर्क के चक्कर में थाना शमसाबाद की चिलसरा चौकी के दरोगा कन्हैया लाल सादावर्दी में ही चिलसरा पहुंच गये। दरोगाजी पर हरनाम भारी पड़ गया। प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार हरनाम ने दरोगाजी को पकड़ाधकड़ी के चक्कर उठाकर पटक दिया। जैसे तैसे दरोगा जी अपनी सर्विस रिवाल्वर निकालकर हरनाम को काबू कर पाये तो फोन कर अतिरिक्त फोर्स मंगवाई और उसे थाना मऊदरवाजा लेकर आये। यहां से हरनाम को कोतवाली फतेहगढ़ भिजवाया गया।
विगत 12 नवंबर की शाम दीपावली से एक दिन पूर्व जब शहर के ज्यादातर मकान इलेक्ट्रानिक झालरों से जगमगा रहे थे और मासूम बच्चे पटाखों की तेज आवाज कर रहे थे। इसी दौरान शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला होरीलाल निवासी सर्राफा व्यापारी संतोष वर्मा पुत्र लालमन वर्मा जहानगंज से अपनी सर्राफे की दुकान बंद करके रोज की भांति नेकपुर पुल पर उतरा। पुल से उतरते ही वह नीचे जाने के लिए बनी सीड़ियों पर जैसे ही उतर रहा था वैसे ही अचानक तीन अज्ञात हमलावरों ने संतोष पर फायर झोंक दिया। फायर संतोष के पेट में लगा। जिससे वह छटपटाकर घटना स्थल पर ही गिर गया। अज्ञात लुटेरे नगदी व जेवरात से भरा झोला छीनकर फरार हो गये थे।
वारदात में पुलिस ने मात्र चार टुटपुंजियों को मीडिया के सामने पेश कर जेल भेज दिया। मजे की बात है कि जव पुलिस आरोपियो से पुछताछ कर रही थी तभी एक आरोपी हरनाम पुलिस व एसओजी के सयुक्त घेरे को भेद कर रफूचक्कर हो गया था, यही कारण है कि पुलिस की ओर से जारी प्रेस नोट में न तो थाने भागे शातिर अभियुक्त हरनाम का कहीं उल्लेख किया गया और न ही मुख्य मास्टर माइंड इच्छा राम का कोई जिक्र किया गया। मुख्य आरोपी इच्छाराम पुलिस को चकमा देकर अदालत मे पेश हो गया था। बाद में हरनाम भी हाजिर हो गया था। बाद में पुलिस ने हरनाम पर गैंगेस्टर लगा दिया था। हरनाम फरार चल रहा था।