देश को चलाने के लिए अटल सा राजधर्म चाहिये: नितीश

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नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में आयोजित जेडीयू की कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए  नरेंद्र मोदी को करारा जवाब दिया है। नीतीश ने कहा कि पीएम ऐसा बने जो देश में सबको साथ लेकर चले और उसके लिए वाजपेयी के राज धर्म की जरूरत है।

neeteesh kumarइसके साथ ही नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी के विकास के[bannergarden id=”8″]  मॉडल पर एक-एक करके जवाब दिया. उन्होंने महिला आरक्षण, पर्यटन, किसानों पर मोदी के दावों के जवाब में अपने तर्क दिए. नीतीश ने कहा कि कुछ लोग सोच ही रहे हैं लेकिन बिहार में 50 फीसदी महिला आरक्षण को लागू हुए अरसा हो गया। नीतीश कुमार ने अपने भाषण में नरेंद्र मोदी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन जिस अंदाज़ में मोदी के हर उस सवाल का जवाब दिया जिसका वह गुणगान करते रहे हैं.। नीतीश ने जेडीयू की रणनीति से मोदी को अवगत जरूर करा दिया। नीतीश ने कहा कि हवा बनाने से काम नहीं चलेगा। नीतीश ने देश के नेतृत्व करने वाले की योग्यता बताते हुए कहा,”देश को चलाने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी के विजन की जरूरत है, जो सबको साथ लेकर चलते थे. वह कहा करते थे कि हमेशा राजधर्म का पालन होना चाहिए.”

नीतीश ने आगे कहा, ‘विकास तो सब जगह हो रहा है, लेकिन कैसा विकास होना चाहिए? हमारा भी अपना विकास का एक मॉडल हैं।’ मोदी का नाम लिए बिना नीतीश ने फिर कहा, ‘एक और विकास कर रहे हैं और दूसरी और लोग कुपोषण का शिकार हो रहे हैं। विकास भी कर रहे हैं और लोगों को पीने के लिए पानी भी नहीं मिल रहा है। विकास का असली मतलब है बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ मानव का भी विकास।’ बिहार की तारीफ करते हुए नीतीश बोले, ‘सुशासन हमारे बिहार का कोर कंपीटेंस है, हमारे पास ढाई हजार साल से पुरानी विरासत है। पाटलीपुत्र सत्ता का केंद्र रहा है, नालंदा ज्ञान का केंद्र रहा है। हम कभी तिजारत के लिए नहीं गए हैं, हम ज्ञान और सुशासन के लिए जाने जाते हैं।’

 

देश के नेतृत्व को लेकर नीतीश ने कहा कि भारत एक बहुधर्मी देश है और इस पर देश पर वही राज करेगा जो न्याय के साथ विकास का समर्थक होगा। जेडीयू की राजनीतिक मजबूरियों और संभावनाओं पर रोशनी डालते हुए नीतीश ने कहा, “हमने कभी भी समाज को बांटने का काम नहीं किया है. हमें समाज के उन तबक़ों का समर्थन मिला है, जिन्हें हमसे कोई उम्मीद नहीं थी. सेकुलरिज्म हमारी पार्टी का बुनियादी सिद्धांत है और हम इससे समझौता नहीं कर सकते.”

नीतीश ने कहा कि बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन तभी चल सकता है, जब ‘कुछ मूलभूत मुद्दों’ पर स्थिति स्पष्ट हो। गुजरात को आर्थिक विकास का मॉडल बताने वाले नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए नीतीश ने यह भी कहा कि बिहार भी आर्थिक विकास का मॉडल है, जहां समाज के सभी वर्गो के हितों का खयाल रखा जाता है। पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में नीतीश ने कहा, “हम किस तरह का विकास चाहते हैं? हम ऐसा विकास नहीं चाहते, जिसमें एक बड़ी आबादी पीने के पानी से वंचित हो”। नीतीश ने कहा कि बिहार में गठबंधन में कोई समस्या नहीं है. उन्होंने कहा, “हम सभी बड़े मुद्दों पर एक-दूसरे से चर्चा करते हैं. हम एक-दूसरे का सम्मान करते हैं. हम साथ चलना चाहते हैं, लेकिन कुछ मौलिक मुद्दों पर स्थिति स्पष्ट की जानी चाहिए.”

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