FARRUKHABAD : बीते चार माह से फरार चल रहे विमला हत्याकाण्ड के मुख्य आरोपी प्रापर्टी डीलर अनिल राठौर को फतेहगढ़ कोतवाली पुलिस ने आखिर दबोच ही लिया। पूछताछ में अनिल ने बताया कि विमला हत्या जमीन हड़पने के लिए उसने अपने अन्य दो साथियों के साथ मिलकर की थी।
विदित है कि 19 नवम्बर 2012 को फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के रखा रोड पर कास्तकार कोल्ड स्टोरेज के निकट विमलादेवी पत्नी राम सिंह चौहान की गला काटकर हत्या कर देने के बाद शव को वहां फेंक दिया गया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कस्टडी में लेकर पोस्टमार्टम कराया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार महिला की मौत गला कटने से अत्यधिक रक्तश्राव से होना बताया गया था। तफ्तीश में पुलिस ने प्रापर्टी डीलर अनिल राठौर को मुख्य आरोपी बनाया था। तब से पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी। कई ठिकानों पर दबिश देने के बाद भी प्रापर्टी डीलर हत्थे नहीं चढ़ा। आखिर चार माह बाद खाकी का पंजा हत्यारोपी प्रापर्टी डीलर की गर्दन तक पहुंच गयी। बुधवार को पुलिस ने प्रापर्टी डीलर को दबोच लिया।
[bannergarden id=”8″]
पूछताछ में प्रापर्टी डीलर अनिल राठौर ने बताया कि विमला अपना मकान बेचकर दूसरी जगह जमीन खरीदना चाह रही थी। विमला के घर का बैनामा नहीं हुआ था। जिसके चलते वह मुझसे जमीन के बैनामे के लिए कह रही थी। पकड़े गये आरोपी ने बताया कि सातनपुर मण्डी रोड पर महिला को मैने बुलाया था। वहीं उसकी अपने दो साथियों के साथ मिलकर गला काटकर हत्या कर दी थी, शव ले जाकर रखा रोड पर फेंक दिया था। मौके से फरार हो गया। पुलिस की जांच पड़ताल में मुख्य आरोपी बने प्रापर्टी डीलर को तो गिरफ्तार कर लिया। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि आखिर दो अन्य शख्श कौन थे जो इस हत्याकाण्ड में शामिल हुए थे। फिलहाल पुलिस अभी आरोपी से पूछताछ में जुटी है।
[bannergarden id=”11″]
इस सम्बंध में फतेहगढ़ कोतवाल जितेन्द्र सिंह परिहार ने बताया कि मृत महिला विमलादेवी की हत्या के आरोपी अनिल राठौर से अभी गहनता से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद आरोपी को जेल भेजा जायेगा।