FARRUKHABAD : बीते दिन सपा जिलाध्यक्ष के साथ पार्टी कार्यालय पर बैठकर उनकी बातों में सहमति व्यक्त करने के बाद नबावगंज के ग्राम परम नगर निवासी पीड़ित किशोरी के पिता ने शनिवार को अपना वकील बदल दिया है। हालांकि मुकदमें में पैरवी करने वाले पूर्व अधिवक्ता अपने को किशोरी का सम्बंधी बता रहे हैं। इसके बावजूद उनकी पैरवी से संतुष्ट न होकर उनके स्थान पर दूसरे अधिवक्ता को रखा गया है।
नबावगंज क्षेत्र के ग्राम परमनगर निवासी किशोरी द्वारा मंत्री नरेन्द्र सिंह यादव के पुत्र लव यादव पर उनकी कोठी से बरामद किये जाने का आरोप क्या लगाया कि मामले में सियासी तड़का लग गया। जहां एक तरफ पीड़ित किशोरी के घर पर पार्टी नेताओं का पहुंचना जारी है तो वहीं सत्ताधारी पार्टी के मंत्री पुत्र पर लगे आरोपों को शुक्रवार को जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह राठौर ने सिरे से खारिज कर दिया था। उनका कहना था कि किशोरी द्वारा लगाये गये आरोप निराधार हैं। इस मामले में मंत्री और उनके पुत्र का कोई लेना देना नहीं है। जिलाध्यक्ष की बात का समर्थन पीड़ित पक्ष की पैरवी कर रहे अधिवक्ता अनिल यादव ने भी उनकी बात में सहमति दर्ज करायी थी। जिसके बाद पीड़ित पक्ष संशय में आ गया। हालांकि अधिवक्ता अनिल यादव ने इस मामले पर मिट्टी डालते हुए कहा कि उन्हें पार्टी जिलाध्यक्ष ने प्रेस वार्ता की बात न बताकर वल्कि एक बैठक की चर्चा कर पार्टी कार्यालय पर बुलाया था। लेकिन इसके बावजूद भी पीड़ित पक्ष का भरोसा अधिवक्ता से उठ गया। पीड़ित किशोरी के भाई शिवम ने जेएनआई को फोन पर जानकारी दी कि उन्होंने अधिवक्ता बदल दिया है। अब उनके स्थान पर ए के शर्मा को पैरवी के लिए रखा गया है।
[bannergarden id=”8″] [bannergarden id=”11″]
इस सन्दर्भ में अभी भी माहौल में गहमा गहमी बनी हुई है। शुक्रवार को ही मंत्री नरेन्द्र सिंह के परमनगर पहुंचने की चर्चायें तेज थीं। लेकिन किसी कारण से वह नहीं पहुंच सके। शनिवार को पुनः मंत्री के परमनगर पहुंचने की चर्चा चल रही है। फिलहाल पुलिस ने घटना से सम्बंधित तीन आरोपियों को शनिवार को जेल भेज दिया।