FARRUKHABAD : हाईकोर्ट द्वारा यूपी में गुटखा बेचने को लेकर आदेश जारी करने के बाद जनपद में भी गुटखा की विक्री पर पूरी तरह से रोक लगायी गयी है। जिसके चलते सिटी मजिस्ट्रेट ने शहर के कई स्थानों पर छापेमारी की। लेकिन पूरा छापेमारी का कार्यक्रम महज एक दिखावा ही नजर आया। सीएम को कहीं भी गुटखे की एक पुड़िया भी नजर नहीं आयी। अपनी सरकारी जीप से न उतरकर उसमें बैठकर ही दुकानदारों से गुटखा होने न होने के विषय में जानकारी लेते रहे।
नगर मजिस्ट्रेट राम अभिलाष पटेल ने शहर के नेहरू रोड, पक्का पुल के अलावा लिंजीगंज में गुटखा बेचने के स्थानों पर छापेमारी की। लेकिन कहीं भी गुटखा का एक पाउच तक नजर नहीं आया। अपनी सुरक्षा में लगे होमगार्डों के अलावा खाद्य अधिकारियों को दुकानों पर भेजकर खुद गाड़ी में बैठे बैठे ही दुकानदारों से गुटखा न होने सम्बंधी जानकारी लेते रहे। पूरी छापेमार कार्यवाही के दौरान कहीं भी कोई बड़ी या छोटी सफलता उनके हाथ नहीं लगी। सीएम व उनके कारिंदों की कार्यप्रणाली और छापेमारी की स्थिति देखकर यह लग रहा था कि महज यह लोग अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। गाड़ी से नीचे उतरकर उनके कारिंदे ही दुकान पर जाकर गत्ता इत्यादि उलट पलट कर देख लेते और आगे बढ़ जाते। सीएम लिंजीगंज में गाड़ी पर से नहीं उतरे और उल्टा दुकानदारों से पूछते नजर आये कि कहीं वे गुटखा तो नहीं बेच रहे। जब काफी समय हो गया तो खुद ही कह बैठे चलिए यहां किसी के पास गुटखा नहीं। जिसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट वापस लौट गये।
[bannergarden id=”8″] [bannergarden id=”8″]