नई दिल्ली। दिल्ली में पानी और बिजली के बढ़े हुए बिलों को लेकर आम आदमी परेशान है। लोगों के इसी गुस्से पर सवार आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं। केजरीवाल बेमियादी अनशन पर हैं। अनशन के सातवें दिन शुक्रवार को उन्होंने दावा किया कि अब तक उन्हें पौने चार लाख लोगों का समर्थन हासिल हो चुका है।
दरअसल अकबरी पूर्वी दिल्ली में रहती हैं, पति को दिल की बीमारी है और ये चूड़ियां बेचकर घर चलाती हैं। दो बच्चे हैं लेकिन वो अलग रहते हैं। इनका 18 हजार 391 रुपये पानी का बिल आया, जिसे इन्होंने ब्याज पर पैसे लेकर चुकाया। इसके बाद फिर से 3258 रुपये का बिजली का बिल आया है, कैसे चुकाएं इन्हें समझ में नहीं आ रहा। वहीं नसीम नाम की महिला परचून की दुकान चलाती हैं, घर में अकेली कमाने वाली हैं। इनकी 6 बेटियां और 5 बेटे हैं परचून की दुकान ही सहारा है। इनका पानी का बिल 16,952 रुपये आया है। नसीम अब ये बिल भरने को तैयार नहीं हैं।
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पानी के साथ-साथ बिजली के बिलों से भी लोग परेशान हैं। ए बी जैन का जनवरी का बिजली का बिल 2,420 आया जो 28 दिन का था। फरवरी में 40 दिन का 3650 रुपये बिल आया और मार्च में 27 दिन का 2,440 रुपये का बिल आया। इनका आरोप है कि बिजली कंपनियां मनमाने तरीके से बिजली का बिल भेजती हैं। दिनों की संख्या कम और ज्यादा कर देती हैं, जिससे स्लैब चेंज हो जाता है और बिल कम ज्यादा होने लगता है।
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दरअसल दिल्ली के हर इलाके में लोग पानी और बिजली के बिलों से परेशान है। यही हैरान-परेशान लोग अरविंद केजरीवाल के धरने में शामिल होकर उनकी बिल न भरने की मुहिम का हिस्सा बन रहे हैं। लेकिन दिल्ली सरकार और दिल्ली जल बोर्ड सख्त है कि लोगों को पानी का बिल जमा करना ही होगा। अब देखना है कि आम आदमी के गुस्से और आम आदमी पार्टी की मुहिम इस खींचतान में किस मुकाम तक पहुंचेगी। वहीं अनशन के चलते अरविंद केजरीवाल की सेहत में गिरावट आई है। समाजसेवी अन्ना हजारे अरविंद से मिलने के लिए पहुंचे।