अनुशासन के लिए जानी जाने वाली भारतीय सेना ने अनुशासन तोड़ने के एक गंभीर मामले में एक कर्नल, दो मेजर, एक कैप्टन और 17 जेसीओ (जूनियर कमिशंड ऑफिसर्स) सहित 147 जवानों के खिलाफ कोर्टमार्शल करने का फैसला किया है। इन सबको उस घटना के लिए दंडित किया जा रहा है जिसमें सेना के जवान और ऑफिसर आपस में ही भिड़ गए थे। यूनिट के सीओ, दो मेजर और दो जवानों को बुरी हालत में अस्पताल पहुंचाने वाली उस घटना ने सबको सकते में डाल दिया था।
घटना पूर्वी लद्दाख के न्योमा सेक्टर में मई 2012 में हुई
3 इन्फैंट्री डिविजन के डेप्युटी चीफ ब्रिगेडियर अजय तलवार की अगुवाई वाली कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी ने 226 फील्ड आर्टिलरी रेजिमेंट के यूनिट कमांडिंग ऑफिसर सहित 168 कर्मचारियों को पहली नजर में दोषी पाते हुए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है।
कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी ने करीब 200 गवाहों से बातचीत और सवाल-जवाब के बाद यह फैसला सुनाया है।