आनंद हत्याकाण्ड: राजनैतिक दबाव में हत्यारों को छूट दिये है पुलिस

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FARRUKHABAD : भाजपा नेता मुकेश राजपूत ने शनिवार को यहां अपने आवास पर मीडियाकर्मियों से वार्ता के दौरान आनंद हत्याकाण्ड में पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिये। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल के दबाव में पुलिस जान बूझकर अपराधियों पर हाथ डालने से कतरा रही है। जांच भी mukesh rajput1पूरी ईमानदारी से नहीं की जा रही है।

मुकेश राजपूत ने आनंद हत्याकाण्ड के विषय में पुलिसिया जांच पर सवालिया निशान खड़े कर दिये हैं। बीते 7 फरवरी को मोहम्मदाबाद विकासखण्ड क्षेत्र के ग्राम रामनगर कुड़रिया प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक आनंद प्रकाश को स्कूल से बाहर निकलते ही तीन अज्ञात बाइक सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्यारे असलहे लहराते हुए फरार हो गये थे। तब से लेकर आज तक पुलिस जिस तरह की जांच कर रही है इससे तो उसकी जांच की ईमानदारी पर ही शक करना लाजमी है। श्री राजपूत ने कहा कि मृतक पक्ष की तरफ से एक दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ थाना मोहम्मदाबाद में एफआईआर दर्ज करायी गयी थी। जिसके बाद से पुलिस मुख्य आरोपियों को पकड़ने के समय अपने हाथ जेब में डाल लेती है। हत्यारे सत्तारूढ पार्टी की शरण में पहुंचकर खुलेआम प्रशासन और पुलिस व्यवस्था पर मुस्कराते हुए घूम रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पुलिस जांच के नाम पर निर्दोषों के साथ उत्पीड़न कर धन उगाही में लिप्त है। आनंद हत्याकाण्ड में दोषियों के विषय में कौन नहीं जानता। लेकिन पुलिस जान कर भी अनजान बन रही है और अपने अपराध मीटर को कम करने के लिए पुलिस ने इस हत्याकाण्ड के मामले में महज एक शिक्षामित्र शशी ओझा को जेल में ठूंस दिया है और उसके ऊपर पूरे प्रकरण का खाका तैयार करने का आरोप लगाया है। जो पुलिस की ईमानदारी के पैमाने को साफ झलकाता है।

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इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी को अपने रडार पर लिया। प्रदेश में लचर कानून व्यवस्था पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि सपा सरकार बने हुए एक वर्ष का समय हुआ है। इस एक वर्ष में पूरे प्रदेश में 27 सम्प्रदायिक दंगे हो चुके हैं। इसके अलावा कुन्डा में डिप्टी एसपी की हत्या प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े करने के लिए काफी है। उन्होंने बीते दिनों कमालगंज क्षेत्र के श्रंगीरामपुर में कावंरियों पर हुए हमले के विषय में आरोपियों की अभी तक गिरफ्तारी न होने देने के मामले में क्षेत्रीय विधायक जमालुद्दीन सिद्दीकी को ठहराया। उन्होंने कहा कि विधायक के दबाव में पुलिस ने अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की है। प्रदेश सरकार पर उन्होंने जातीय हमला बोला। कहा कि प्रदेश में इस समय यादव व मुस्लिम जाति के लोग ही दंगा व अन्य गैर कानूनी कामों में लिप्त हैं। सरकार सब कुछ जानते हुए भी हाथ पर हाथ धरे बैठी है। किसानो पर भी उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसान की स्थिति भी दिनो दिन खराब हो रही है। प्रदेश सरकार इस बावत कोई भी कदम नहीं उठा रही। किसानों का मान सम्मान इस सरकार में सुरक्षित नही है। सपा सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है। जनहित का पैसा लैपटाप बांटने में खर्च कर दिया गया। इसके अलावा उन्होंने फिरोजाबाद में टोलटैक्स कर्मियों को सपाइयों द्वारा पीटने व ब्राह्मण परिवार पर हमले को लेकर भी अपने विचार रखे।

आगामी लोकसभा चुनाव में टिकट लेने के विषय में उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में उन्होंने पहल शुरू कर दी है। वैसे तो भाजपा में टिकट योग्यता के आधार पर दी जाती है। लेकिन उनका दाबा पक्का है वह पूरी तरह से चुनाव लड़ने को तैयार है। इस दौरान भाजपा नेता पवन गौतम, सुरेन्द्र कटियार, सत्यपाल सिंह, मीडिया प्रभारी दिलीप भारद्धाज आदि मौजूद रहे।