FARRUKHABAD : बोर्ड परीक्षा से पूर्व कालेजों को जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया था कि नकल करवाने वाले कालेजों पर सख्त कार्यवाही होगी। शासन व प्रशासन द्वारा पहले ही नकल न करवाने के आदेश भले ही जारी कर दिये गये हैं। लेकिन पैसा कमाने की लालच में देश की भावी पीढी का भविष्य बरबाद कर रहे नकल माफिया मनमानी करने से चूक नहीं रहे हैं। सुविधाशुल्क लेकर पूरे पेपर को हल कराने की गारंटी भी ली जा रही है। जनपद में नकल कराने में अग्रणी कालेजों में निरीक्षण के नाम पर अधिकारी भी खानापूरी कर रहे हैं। हद तो यह है कि स्टेटिक मजिस्ट्रेटों की मौजूदगी में भी धड़ल्ले से नकल हो रही है।
हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू होते ही नकल के लिये कुख्यात परीक्षा केंद्रों में नकलचियों के साथ-साथ उनके सहयोगियों और यहां तक कि अभिभावकों तक का हुजूम उमड़ना शुरू हो गया है। कोई खिड़की से तो कोई छत से तो कोई स्कूल प्रबंधक से साठगांठ करके अपने परीक्षार्थी को नकल कराने से बाज नहीं आ रहे हैं। मोहम्मदाबाद क्षेत्र में स्थित मुरहास कन्हैया के रामप्रकाश इंटर कालेज हो या ऊगरपुर के अत्मदेव गोपालानंद इंटर कालेज या इन जैसे दर्जनों की संख्या में नकल माफिया के कालेज, नकल की कालिख से बच्चों के भविष्य को काला कर रहे हैं। शुक्रवार को प्रात: कालीन पाली में ऊगरपुर इंटर कालेज में स्टेटिक मजिस्ट्रेट ग्रीशचन्द्र के मौजूद होने के बाद भी छात्रों को नकल की सुविधा मुहैया करायी जा रही थी। जब कालेज में मीडियाकर्मी पहुंचे तो कालेज प्रबंधन ने उल्टा पुलिस बुलाने की धमकी तक दे डाली और यह नजारा स्टेटिक मजिस्ट्रेट ग्रीशचन्द्र खड़े-खेड़े देखते रहे।
हुआ यूं कि जैसे ही मीडिया कर्मियों का एक दल कालेज में घुसा तो कैमरे का फ्लेश चमकते ही कालेज में भगदड़ मच गयी। किसी ने नकल के कागज को खा लिया तो कोई खिड़की से नकल फेंक कर अपने प्राण छुड़ाने की जुगत में लग गया। कालेज के आस पास के घरों में मोटे मोटे माडलपेपर लेकर नकलचियों के साथी बैठे थे और सुरक्षा के नाम पर ऊगरपुर में महज एक पुरुष होमगार्ड ही तैनात किया गया है। यही हाल मुरहास कन्हैया स्थित रामप्रकाश इंटर कालेज का था। जहां खिड़की, छतों से लोग छात्रों को नकल कराने में व्यस्त थे। यहां तक कि अध्यापक खुद ही नकल अपने हाथ में लेकर छात्रों को करा रहे थे। मीडियाकर्मियों के पहुंचने पर मामले में हड़कंप मचा तो कालेज प्रबंधन विवाद पैदा करने की स्थिति में आ गये। मामले की सूचना डीएम पवन कुमार को दी गयी। डीएम के निर्देश पर पुनः एसडीएम कायमगंज राकेश कुमार, एसडीएम सदर भगवानदीन वर्मा उन कालेजों में नकल की जांच करने पहुंचे जिनमें एक बार पहुंचने के बाद नकल होती हुई पायी गयी। नकल की तस्वीरें और वीडियो तक देखने के बाद भी अधिकारी और डीआईओएस जांच की बात करते दिखे। जिला विघालय निरीक्षक नंद लाल यादव बोले कि हम स्टेटिक मजिस्ट्रेट से रिपोर्ट लेंगे, तद्नुसार यदि आवश्यक हुआ तो कार्रवाई की जायेगी। अब जो स्टेटिक मजिस्ट्रेट स्वयं बैठ कर नकल करा रहा हो वह क्या रिपोर्ट देगा और उस पर क्या कार्रवाई होगी। मजे की बात है कि इस आशय के वीडिया अब तो यूट्यूब पर भी उपलब्ध हैं।
इस सम्बंध में जिलाधिकारी पवन कुमार ने जेएनआई को बताया कि नकल की सूचना मिलने पर अधिकारियों को भेजा गया है। मामले के सम्बंध में जांच की जा रही है। जांच के बाद कार्यवाही की जायेगी।
[bannergarden id=”8″]