अखिलेश-मुलायम की फोटो हटाते ही काम नहीं कर रहा है लैपटॉप

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samajvadi laptopलखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने छात्रों को लैपटॉप बांटकर चुनाव के पहले किये गए वादे पर तो अमल किया और लैपटॉप पाने वाले छात्रों को प्रसन्नता भी बहुत हुई लेकिन उनके चेहरे पर यह खुशी ज्यादा देर तक नहीं टिक सकी। अब लैपटॉप पाने वाले वही छात्र काफी परेशान है। उनकी परेशानी की वजह भी यही लैपटॉप ही है। दरअसल, इस लैपटॉप के वॉलपेपर पर अखिलेश यादव और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की तस्वीर लगी है। जैसे ही छात्र यह वॉलपेपर बदलने की कोशिश कर रहें हैं यह लैपटॉप काम करना बंद कर दे रहा है।

इन छात्रों के लिए सबसे बड़ी समस्या की बात यह है कि यदि इस लैपटॉप ने एक बार काम करना बंद कर दिया तो फिर इसे एचपी (बनाने वाली कंपनी) के सर्विस सेंटर ले जाना होगा, तभी यह फिर से काम कर पाएगा। लखनऊ में लैपटॉप पाने वाले दस हज़ार छात्रों में से चार दर्जन छात्र अपना बंद हो चुके लैपटॉप को लेकर लखनऊ के सिंकदराबाद इलाके में स्थित एचपी कंपनी के ऑफिस में पहुंच चुके हैं।
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मालूम हो कि मुख्यमंत्री ने अपने चुनावी वादे को पूरा करते हुए इंटरमीडिएट के छात्रों को फ्री लैपटॉप बांटे थे। उन्होंने 11 मार्च को इस योजना की शुरुआत करते हुए अपनी पहली क़िस्त में दस हजार छात्रों को यह लैपटॉप दिए थे। अब छात्रों के पास से यह शिकायत मिल रही है कि वे लैपटॉप के वॉलपेपर पर लगी अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव के फोटो को हटाने की कोशिश कर रहे थे, जिसके बाद से लैपटॉप ने काम करना बंद कर दिया।
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एचपी कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि यूपी सरकार द्वारा बांटे गए फ्री लैपटॉप्स में सुरक्षा कारणों से कई ऐसे प्रोग्राम अपलोड हैं, जिससे यह अन्य लैपटॉप्स से पूरी तरह से अलग है। अधिकारी ने बताया कि वॉलपेपर पर लगी अखिलेश और मुलायम की फोटो को एक विशेष प्रोग्राम के तहत लगाया गया है, जिसमें इससे जरा-सी छेडख़ानी करने पर लैपटॉप काम करना बंद कर देगा। इस लैपटॉप की मरम्मत केवल एचपी सर्विस सेंटर में ही की जा सकेगी। उन्होंने यह भी बताया कि इस लैपटॉप की वारंटी एक साल की है। इस दौरान यदि लैपटॉप में कोई समस्या आती है तो छात्र इसे लेकर लखनऊ के सिकंदराबाद स्थित एचपी कंपनी के सर्विस सेंटर पर ला सकते हैं।
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गौरतलब है कि लैपटॉप के सॉफ्टवेयर में लाइनेक्स (विशेष रूप से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे बच्चों की मदद के लिए) व विंडोज-7 स्टार्टर भी अपलोड किए गए हैं। इनमें से एक पर काम करने के दौरान दूसरा सॉफ्टवेयर काम करना बंद कर देता है। इस बात की जानकारी न होने के कारण भी कई छात्र अपना लैपटॉप लेकर सर्विस सेंटर पहुंच रहे हैं।