CM का जनता दरबार स्थगित- महज एक साल में आमजन से दूर होते सीएम अखिलेश!

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लखनऊ. सीएम अखिलेश ने एक बार फि‍र अपने सरकारी आवास पर हर महीने के पहले बुधवार को होने वाला जनता दर्शन कार्यक्रम स्थगित कर दिया है। सरकारी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य विधान मण्डल के सत्र के चलते यह आयोजन स्थगित किया गया है। वैसे यह पहला मौका नहीं है, जब जनता दर्शन स्थहगित हुआ हो, इससे पहले भी कभी विधानसभा का ग्रीष्मैकालीन सत्र, कभी मानसून सत्र, कभी ठंडी ज्यादा पड़ रही है तो सूबे में सहालग ज्यादा है, के कारण बताकर जनता दर्शन स्थमगित कर दिया गया।
Akhilesh Yadav
पिछले साल सत्ता में आते ही सीएम अखिलेश यादव ने ऐलान किया था कि जनता दर्शन की पुरानी व्यसवस्था बहाल की जाएगी। हर महीने के हर बुधवार को जनता दर्शन आयोजित किया जाएगा। उन्होंतने कहा कि सरकार जनता ने ही बनाई है, इसलिए हमारी पहली जवाबदेही जनता से ही है। मायावती सरकार जनता से दूर हो गई थी लेकिन वह सीएम आवास के द्वार जनता के लिए दोबारा खोल रहे हैं।
akhilesh janta darbar
प्रदेश को कोई भी नागरिक हर बुधवार आकर अपना दुख और दर्द उनसे सीधे बयां कर सकेगा ताकि वह उसे उचित न्यारय दिला सकें। अखिलेश के इस फैसले का प्रदेश भर में स्वाागत किया गया। हालांकि बहुजन समाज पार्टी ने इसे ढोंग की करार दिया। उसका कहना था बसपा ने जनता की समस्याि उसके घर में हल करने की व्यअवस्था दी थी, सीएम आवास पर घंटों लाइन लगाने का कोई फायदा नहीं होता।
बहरहाल, जनता दर्शन शुरू हुआ और देखते ही देखते हर बुधवार को सीएम आवास पर हजारों लोग उमड़ने लगे। कई बार मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों को भीड़ पर नियंत्रण हासिल करने में पसीने छूट जाते। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ‘जनता दर्शन’ कार्यक्रम में बदलाव का ऐलान कर दिया। आदेश आया कि अब हर महीने के प्रत्येाक बुधवार की बजाए सीएम पहले और तीसरे बुधवार को आम जनता की समस्याएं सुनेंगे। यह भी कहा गया कि लोगों से सीधे जुड़ने के लिए एक अलग वेबसाइट तैयार हो रही है, उनके फेसबुक और ट्विटर पर अकाउंट भी हैं। साथ ही कॉलसेंटर भी काम करेगा, जहां टोल-फ्री नंबर पर शिकायत या सुझाव दर्ज कराया जा सकेगा।
सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि 18 अप्रैल को हुए पहले जनता दर्शन में उमड़ी भीड़ के मद्देनजर जनता दर्शन के कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। पहले जनता दर्शन में 5,000 से ज्यादा आवेदन मुख्यमंत्री को मिले। अब अगला जनता दर्शन 2 मई को सुबह 8 बजे से 10 बजे तक होगा। इसके बाद मई महीने का दूसरा जनता दर्शन 16 मई को आयोजित होगा। लेकिन 16 मई आने से पहले 15 मई को एक और आदेश आ गया। इस बार कहा गया कि जनता दर्शन कार्यक्रम अब विधान मंडल के आगामी सत्र के बाद होगा।
टेम्पकरेरी व्यबवस्थाि के तहत सरकार ने प्रदेश के सभी डीएम और एसएसपी एसपी को निर्देश दिया है कि वे अपने कार्यालय में सुबह 10 बजे से 12 बजे तक नियमित रूप से उपस्थित रहकर जनता की समस्याएं सुनें और उनका समाधान करें। विधानसभा सत्र के बाद फि‍र से जनता दर्शन व्यमवस्था शुरू हुई।
मुख्य मंत्री ने इस दौरान काफी समय जनता के बीच गुजारा। सितंबर आते-आते एक और आदेश सामने आया, जिसमें साफ किया गया कि जनता दर्शन सिर्फ आम जनता के लिए है इसमें अब संगठनों को तरजीह नहीं दी जाएगी।
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उन्हें अपनी मांगों के लिए अलग से समय लेकर मुख्यमंत्री से मिलना होगा। विभिन्न संगठनों से अपील की गई कि वह मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में नीतिगत प्रकृति की समस्याओं को लेकर न आएं। ऐसी समस्याओं को विभागीय प्रमुख सचिव अथवा सचिव के माध्यम से किसी अन्य दिन मुख्यमंत्री से समय लेकर समस्या का निराकरण कराया जाए।

चार दिसंबर को आदेश आया कि जनता दर्शन कार्यक्रम का आयोजन बुधवार 5 दिसम्बर, 2012 को स्थगित रहेगा क्योंकि राज्य विधान मण्डल का सत्र चल रहा है। इसके बाद 29 दिसंबर को एक और आदेश आया कि जनता दर्शन कार्यक्रम का आयोजन बुधवार 2 जनवरी, 2013 को स्थगित रहेगा। शीत लहर के कारण यह आयोजन स्थगित किया गया है। पिछली पांच फरवरी को आए आदेश के मुताबिक 6 फरवरी को होने वाला जनता दर्शन इसलिए स्थरगित किया गया क्यों कि वर्तमान में वैवाहिक कार्यक्रमों में जनमानस व्यस्त है। और अब मार्च के जनता दर्शन से पहले नया आदेश आपके सामने है।