FARRUKHABAD : मेला रामनगरिया समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर आये जिलाधिकारी पवन कुमार ने अधिकारियों व मेला व्यवस्थापक को शाल उड़ाकर सम्मानित किया। इस दौरान जिलाधिकारी शालों की क्वालिटी देखकर सन्न रह गये। वहीं शाल पाने वाले अधिकारी भी घटिया शाल पाकर खिन्न दिखे। इसके साथ ही पुलिस के कुछ जवान घटिया साल भी न मिल पाने का रोना रोते दिखाई दिये। जिन्होंने आरोप लगाया कि शाल वितरण भी रेबड़ियों की तरह अपनों अपनों को किया जा रहा है।
राम नगरिया समापन अवसर पर सैकड़ों की संख्या में शाल वितरण की व्यवस्था प्रशासन की तरफ से की गयी थी। इसके साथ ही कुछ खास सम्मानित लोगों को ट्राफी भी भेंट की गयी। सबसे पहले जिलाधिकारी पवन कुमार द्वारा अधिकारियों व अतिथियों को शाल उड़ाकर सम्मानित किया। लेकिन जिलाधिकारी की नजर जब शालों की घटिया क्वालिटी पर गयी तो वह देखकर ही सन्न रह गये। लेकिन बाद में उन्होंने उसे वहीं पर छोड़कर अधिकारियों को मीटिग की बात कहकर चले गये। लेकिन जिलाधिकारी के जाने के बाद समारोह में अफरातफरी का माहौल रहा।
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जिसके बाद चला “अंधा बांटे रेबड़ी अपने अपने को दे” का खेल। कोई शाल की क्वालिटी दिखाता घूम रहा था तो कोई घटिया शाल भी न मिल पाने का रोना रोता दिखाई दे रहा था। जिनमें पुलसकर्मियों ने ही आरोप लगाया कि उनके एसआई के अलावा किसी को भी शाल नहीं मिली जबकि प्रशासन के अन्य कर्मचारी तक सम्मानित कर दिये गये। शाल न मिल पाने से पुलिसकर्मी खिन्न होकर पाण्डाल से उठकर चले गये। इसके अलावा पूर्व विधायक महरम सिंह भी कुछ लोगों को सम्मानित करने की शिफारिश करते दिखाई दिये लेकिन अधिकारियों ने उनकी बात को अनसुना कर दिया।