फर्रुखाबाद: एक स्थानीय महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव में भाग लेने आये बेसिक शिक्षा निदेशक वासुदेव यादव ने वार्ता के दौरान कहा कि फर्जी शिक्षकों को संरक्षण देने वाले लिपिकों के विरुद्व जांच कर कार्यवाही की जायेगी। पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत ने श्री यादव से भेंट कर इस सम्बंध में भेंट कर वार्ता की।
विदित है कि दो सप्ताह पूर्व फर्जी शिक्षकों के विरुद्व अभियान चला रहे एक आरटीआई एक्टिविस्ट एवं शिक्षक आनंद प्रकाश सिंह राजपूत की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। हत्या की साजिश में सम्मलित होने के सम्बंध में कुछ फर्जी शिक्षकों के अतिरिक्त शिक्षक नेताओं व विभागीय लिपिकों को भी नामजद किया गया था। घटना के लगभग दो सप्ताह बाद भी पुलिस यद्यपि अभी घटना का खुलासा नहीं कर पायी है, परन्तु फिर भी अधिकांश नामजद भूमिगत चल रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जनपद में दर्जनों फर्जी शिक्षक विभागीय कर्मचारी/ अधिकारियों की मिलीभगत से लगातार सरकारी खजाने पर डाका डाल रहे हैं।
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आनंद प्रकाश आरटीआई को हथियार बनाकर अपने साथियों के सहयोग से इस गिरोह के विरुद्व अभियान छेड़े हुए थे। इसी के चलते हत्या में फर्जी शिक्षकों के शामिल होने का शक जताया जा रहा है। इन फर्जी शिक्षकों पर बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत व वर्षों से यहां पर जमे विभागीय लिपिकों का वरदहस्त भी प्राप्त है। बेसिक शिक्षा निदेशक को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा गया है। ज्ञापन में आनंद प्रकाश राजपूत की हत्या में नामजद एक लिपिक के विरुद्व पूर्व बेसिक शिक्षा अधिकारी डा0 कौशल किशोर द्वारा शासन को लिखे गये अर्द्धशासकीय पत्रों का हवाला देते हुए, व विभाग में कई दशकों से तैनात लिपिकों की फर्जी शिक्षकों के गिरोह के संचालन में भूमिका को रेखांकित करते हुए उनके अन्यत्र स्थानांतरण की मांग की गयी है।
श्री यादव ने इस सम्बंध में वार्ता के दौरान बताया कि फर्जी शिक्षकों को संरक्षण प्रदान करने व अन्य अनैतिक गतिविधियों में लिप्त लिपिकों के विरुद्व जांच कर कार्यवाही अवश्य की जायेगी। सपा नेता व पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत ने भी रविवार को बेसिक शिक्षा निदेशक के नगर आगमन पर उनसे भेंट की।