FARRUKHABAD: दहशत भी कोई चीज होती है, नेताओं को धता बताकर जनपद में अपराधियों और भृष्ट कर्मचारियों पर लगातार शिकंजा कसते आ रहे जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के स्थानांतरण को लेकर वैसे भी कई व्यक्ति सशंकित रहते थे वहीं आनंद हत्याकाण्ड के बाद नामजदों से पूछताछ के लिए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने शिकंजा कसवाना शुरू किया तो दोनो आला अधिकारी नामजदों की गले की हड्डी बन गये। इत्तफाक से दोनो आला अधिकारियों का स्थानांतरण हुआ तो नामजदों ने जमकर जश्न मनाकर मिठाइयां बांटीं।
पूरे प्रदेश में आनंद हत्याकाण्ड को लेकर बराबर निंदायें की जा रहीं हैं। कोई पुलिस प्रशासन को कोस रहा है तो कोई बीएसए कार्यालय में हो रहे फर्जीबाड़े को। जनपद की अगर बात करें तो जनपद में भी इस काण्ड की निंदा करने वालों की कमी नहीं है। बीते दिनों ही बेसिक शिक्षा के प्रदेश मंत्री इस घटना पर जेएनआई के द्वारा निंदा व्यक्त कर चुके हैं। फर्जी शिक्षकों के खिलाफ शीघ्र कार्यवाही की बात भी कह चुके हैं।
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तत्कालीन जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी व पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी ने फर्जी शिक्षकों के विरुद्व शिकंजा कसने की तैयारी तो की ही थी साथ में इन्हें जेल भेजने की भी योजनायें तैयार की जा रही थीं। तभी अचानक शासन ने पूरे प्रदेश के जिलाधिकारियों के स्थानांतरण किये। वहीं पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी के साथ-साथ डीएम मुथुकुमार स्वामी के स्थानांतरण की खबर जनपद में आते ही फर्जी शिक्षकों के साथ-साथ आनंद हत्याकाण्ड में नामजद अध्यापकों ने जमकर जश्न मनाया और मिठाइयां भी बांटी थी।