फर्रुखाबाद30july: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मायाबती के शासन काल में कानून व्यवस्था की पोल खुल गयी है. उनकी ही पार्टी के नेता लईक अहमद राईन ने न्याय न मिलाने के कारण जान देने की चेतावनी पुलिस को दी है.
नगर के मोहल्ला घोडा नखास निवासी बसपा सभासद महरुन्निशा के पुत्र बसपा नेता लईक राईन पर बीते माह जान लेवा हमला किया गया था. इसी मुकद्दमे के गवाह हमजा अंसारी पर बीती रात उस समय जान लेवा हमला किया गया जब वह अपने ही चबूतरे पर बैठे थे.
गवाह बनने की रंजिश में हमजा को पीट पीट कर अधमरा कर दिया. लईक हमजा को लेकर कोतवाली पहुंचे. इसंपेक्टर क्रष्ण कुमार के द्वारा एनसीआर दर्ज करने की बात कहे जाने पर लईक का उनसे विवाद हुआ. इन्स्पेक्टर के चले जाने पर पुलिस ने बिना तहरीर दिए हमजा का इलाज कराये जाने में बिलम्ब किया.
तभी लईक ने एसएसआई शिवशंकर शुक्ला से नाराजगी जाहिर करते हुए जहर खा लेने की बात की उन्होंने आरोप लगाया कि व्यापारी नेता मुजफ्फर हुसैन रहमानी रुपयों की दम पर अपने पालतू गुंडों से मेरे गवाह पर हमला करवाया है. पिकेट ड्यूटी के नाम पर पुलिस उनके घर पर ठहरती है. हमजा ने करम व उसकी पत्नी मुन्नी बेगम तथा पुत्र आमिर, दिलशाद के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने की तहरीर दी जिसे पुलिस ने दर्ज नहीं किया.
रात २ बजे पुलिस ने अस्पताल में बेहोश हमजा का अगूंठा लगवाकर मनमाने ढंग से आमिर व दिलशाद के विरुद्ध ३२३, ५०४, ५०६, के तहत एनसीआर दर्ज कर ली. जब कि उसके ऊपर चाकू से भी हमला किया गया. आमिर पर ७ तथा दिलशाद पर १० मुकद्दमे हैं. पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही है. अदालत ने वारंट जारी कर दिया है.
मुजफ्फर हुसैन रहमानी ने कि लईक, आमिर, नौसाद गुंडे है. उनसे मेरा कोई सरोकार नहीं है. उन्हें जेल जाना चाहिए.