फर्रुखाबाद: आरटीआई एक्टिविस्ट व शिक्षक आनंद प्रकाश सिंह की हत्या के मामले में मृतक के भाई अनिल सिंह ने अज्ञात हमलावरों के विरुद्व एफआईआर दर्ज करायी है। एफआईआर में शिक्षक नेता सहित आधा दर्जन फर्जी शिक्षकों पर हत्या अथवा हत्या की साजिश में सम्मलित होने का शक जताया गया है।
विदित है कि गुरुवार को मोहम्मदाबाद क्षेत्र के ग्राम रामनगर कुड़रिया में तैनात रहे प्रधानाध्यापक आनंद प्रकाश सिंह को फर्जी शिक्षकों के गिरोह ने उस समय गोलियों से भून दिया, जब वह अपने स्कूल से राशन लेने के लिए जा रहे थे। प्रधानाध्यापक आनंद प्रकाश फर्जी शिक्षकों व भवन माफियाओं के खिलाफ काफी पहले से ही एक अभियान के तहत लामबंद थे। जिससे फर्जी शिक्षक उनसे रंजिश मानते थे। इसी रंजिश के चलते ही शिक्षक आनंद प्रकाश की हत्या कर दी गयी।
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हत्या के सम्बंध में आनंद प्रकाश सिंह के भाई सुनील कुमार राजपूत ने कोतवाली मोहम्मदाबाद में अज्ञात हमलावरों के विरुद्व रिपोर्ट दर्ज करायी है परन्तु रिपोर्ट में कहा गया है कि चूंकि मेरे भाई आरटीआई एक्टिविस्ट थे। वह बेसिक शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार व फर्जी प्रमाणपत्रों से नियुक्त लोगों के विरुद्ध अभियान छेड़े हुए थे। इसी के चलते शिक्षा विभाग के कई कर्मचारी व शिक्षक उनसे रंजिश मानते थे व अक्सर धमकियां भी देते थे, जिससे वह परेशान रहते थे। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि मेरे भाई के अभियान के चलते राजनरायन शाक्य, नरेन्द्र पाल सिंह, श्रवण कुमार, राधेश्याम शाक्य, कांती राठौर, कौशलेन्द्र सिंह, शशी ओझा, विनीत अग्निहोत्री, विजया भारद्धाज, विजय बहादुर यादव, जय सिंह, मनोज वर्मा आदि लोग उनसे रंजिश मानते थे तथा इन लोगों पर आनंद प्रकाश की हत्या करने अथवा कराने का शक है।