देश के लाखो कलावातिओं और कलुआ की पहचान अब दोनों हाथों की दसों अंगुलिओं और आंख की पुतली की फोटो से की जाएगी| अब भारत का कोई नागरिक बिना पहचान के नहीं रहेगा| यूआईडी ने भारत के हर नागरिक को एक अलग पहचान देने के लिए पूरी तैयारी कर ली है| इस पहचान पत्र का नाम होगा ”आधार”| बिना ”आधार” के कुछ सालों के बाद सरकार से मिलने वाली सुविधाओं को ले पाना काफी मुश्किल होगा| भारत पूरी दुनिया में पहला ऐसा देश होगा जहाँ इतने बड़े पैमाने पर ये ”आधार” पहचान पत्र जारी किये जायेंगे|
आधार बनाने का पहला चरण अगस्त 2010 में शुरू हो जायेगा| इसके लिए लगभग सब तैयारियां कर ली गयी है| इसके लिए देश भर से 221 कम्पनियों का नामांकन कर लिया गया है| सरकारी देख रेख में ये प्राइवेट कम्पनियां नागरिको के आधार पहचान के लिए आंकड़े जुटाने का काम करेंगी| वर्ष 2015 देश के हर नागरिक को ये पहचान पत्र उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है|
सरकार की किसी प्रकार की सहायता प्राप्त करने के लिए इस आधार का होना जरूरी हो जायेगा| भ्रस्ताचार पर अंकुश लगाने में भी इससे काफी मदद मिलेगी| बैक में खाता खोलने से लेकर सरकारी दुकान से राशन और मिटटी का तेल लेने तक, कर्ज लेने से जमीन जायदाद का बैनामा कराने तक, वोट देने से लेकर पासपोर्ट बनबाने तक में यही ”आधार” काम आएगा| आधार में नागरिक के भौतिक से लेकर अनुवांशिक रिकॉर्ड का लेखा जोखा होगा| कब पैदा हुए, कहाँ खान पढ़ाई की, कितनी शिक्षा है, कितना धन है, कितना कमाते है और कहाँ कहाँ बैंक खाते है सब रिकॉर्ड इसमें पड़ी चिप में दर्ज होगा| पूरे जीवन में कहाँ कहाँ अपराध किया, कितने मुकदमे चल रहे हैं, कितने पुरष्कार मिले आदि आदि|
13 अंको वाले इस “आधार” में वो सब कुछ होगा तो नहीं भटकना पड़ेगा आपको जाती प्रमाण पत्र बनबाने या फिर आय प्रमाण पत्र बनबाने के लिए| जमीन जायदाद का बैनामा कराने में पहचान इसी से होगी| खरीदने के लिए धन कहाँ से आया गलत जानकारी देते ही पकड़ा जायेगा| फर्जी आय प्रमाण पत्र बनबाकर वजीफा और शुल्क प्रतिपूर्ति हडपने वालों को एक बटन दबाते ही पकड़ा जा सकेगा|
गरीबो के हक़ पर डाका डालने वाले नटवरलालों के लिए किसी खुनी पंजे से कम नहीं होगा ये “आधार” तो सही हकदार को उसका हक भी दिलाएगा ये “आधार”|
और क्या क्या खूबियाँ होंगी और कैसा होगा ये आधार पढ़िये अगले अंक में—