मृतक के भतीजे व पुत्री के प्रेमी ने तीन साथियों के साथ मिलकर रचा था हत्याकाण्ड

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कमालगंज (फर्रुखाबाद): थाना कमालगंज क्षेत्र के ग्राम महरूपुर रावी में बीते 31 जनवरी की रात में लूटपाट के बाद हत्या के मामले में सोमवार को पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी ने खुलासा कर दिया। पुलिस द्वारा पकड़े गये आरोपियों के अनुसार मृतक रामशंकर के भतीजे सर्वेश के साथ मिलकर मृतक की पुत्री के ही प्रेमी व अन्य तीन लुटेरों ने घटना को अंजाम दिया। लुटेरों को पहचान लेने पर ही पुत्री के प्रेमी जुबैर द्वारा रामशंकर की कनपटी पर गोली मारकर हत्या की गयी।

पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी ने कमालगंज पहुंचकर घटना का खुलासा करते हुए बताया कि रामशंकर की हत्या व उनके घर से की गयी लूट के सामान सहित लुटेरे जुबैर आलम पुत्र नफीशुल हसन निवासी महरूपुर रावी, सर्वेश लोधी पुत्र रामऔतार लोधी निवासी महरूपुर रावी, बब्बन पुत्र मोहम्मद नफीश निवासी राजेपुर सरायमेदा, जावेद उर्फ अदुआ पुत्र मैनुद्दीन निवासी राजेपुर सरायमेदा को नगला भूड़ स्थित रेलवे क्रासिंग के पास विद्यालय के निकट से गिरफ्तार कर लिया। वहीं एक युवक मिनहाज पुत्र अलीम निवासी राजेपुर सरायमेदा भागने में कामयाब हो गया।
पकड़े गये डकैतों से दो सोने की चूड़ी, एक जंजीर, 1500 रुपये नगदी, तमंचा 9 एम एम, दो कारतूस जिंदा, एक तमंचा 12 बोर दो कारतूस, एक तमंचा 315 बोर दो कारतूस, एक सरिया, एक तमंचा 32 बोर व तीन कारतूस, एक खोखा बरामद किये गये।

मृतक रामशंकर के भतीजे सर्वेश ने पुलिस हिरासत में बताया कि मकान के पीछे से एक सरिया निकली हुई थी, जिसके सहारे वह व जुबैर मकान की छत पर चढ़ गये व अंदर का फाटक खोला व चैनल का ताला तोड़कर अन्य साथियों को घर में अंदर कराया। उसके बाद लूट की घटना को अंजाम दिया।
वहीं लुटेरे बब्बन का कहना है कि मृतक रामशंकर द्वारा हम लोगों को पहचान लिया था। इसी पर जुबैर ने रामशंकर की कनपटी पर तमंचा लगाकर गोली मार दी। जबकि हम लोग जुबैर को गोली मारने से मना करते रहे।
पकड़े गये डकैतों का आईपीसी की धारा 396, 412, 25 के तहत चालान कर जेल भेज दिया गया। खुलासे के दौरान पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी के अलावा, अपर पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश सिंह, क्षेत्राधिकारी अमृतपुर विजय बहादुर सिंह व एसओजी पुलिस के जवान भी मौजूद रहे।

वहीं यदि पुलिस खुलासे की हकीकत को परखा जाये तो पुलिस ने जावेद उर्फ अदुआ को गुरसहायगंज से गिरफ्तार किया, जबकि अन्य सभी को उनके घरों से ही उठाया गया। इसके बाद भी पुलिस ने जुबैर पर पांच हजार, सर्वेश पर पांच हजार, बब्बन पर 2500, मिनहाज पर 2500, जावेद पर 2500 रुपयों का इनाम घोषित कर घटना का मीडिया के सामने अपने तरीके से खुलासा कर दिया।