देर तक बैठना मतलब स्वास्थ्य से खिलबाड़

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ज्यादा तर लोग ऑफिस या अन्य दफ्तरों में टेबल-कुर्सी पर एक जगह एक ही पोजीसन में बैठे हुए काम करते हैं, भले ही आपको सुहाता है, लेकिन यह आपके स्वास्थ के लिए सही नहीं है। बेहतर हो कि आप काम के बीच-बीच में छोटे ‘ब्रेक’ लें। विश्वास कीजिए, ऐसा न करने पर आप बड़े खतरे को निमंत्रण दे रहे हैं। एक अध्ययन में यह दावा किया गया है। इसकी मानें, तो बहुत देर तक एक की मुद्रा में बैठने का स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।

जो लोग दिन का ज्यादातर समय कुर्सी पर बैठे-बैठे काम में बिताते हैं, उनके दीर्घायु लोगों के मुकाबले कम उम्र में मरने की आशंका ज्यादा होती है। भले ही वे कितना भी व्यायाम करें।

अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के शोध में कहा गया है कि जो महिलाएं एक दिन में छह घंटे से ज्यादा का समय बैठे-बैठे बिताती हैं, उनमें उन महिलाओं की अपेक्षा जल्दी मरने की आशंका 37 फीसदी ज्यादा होती है, जो तीन घंटे से भी कम समय एक ही स्थान पर बैठी रहती हैं। पुरूषों में यह आशंका लगभग 18 फीसदी होती है।

शोध के मुताबिक घंटों बैठ कर काम करने से पैदा होने वाले शारीरिक नुकसान की इस बात से क्षतिपूर्ति नहीं होती कि बाकी समय में कितना व्यायाम किया गया। मुख्य शोधकर्ता डॉ. अल्फा पटेल ने कहा कि जो लोग अपना ज्यादातर समय बैठ कर काम करने में बिताते हैं, उन्हें थोड़े-थोड़े अंतराल में पैदल चलने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।