फर्रुखाबाद: आवास विकास स्थित डा0 राममनोहर लोहिया अस्पताल में शवगृह की स्थिति यह है कि उसमें घुसते ही बुरी बास आनी शुरू हो जाती है। आलम यह है कि महीनों से उसमें कर्मचारियों ने झाड़ू तक नहीं मारी। जिससे शवगृह की स्थिति बद से बदतर हो गयी है। [bannergarden id=”8″]
जनपद में होने वाली दुर्घटनाएं हों या संदिग्ध परिस्थितियों में मौत और लोहिया अस्पताल में मरने वाले मरीजों के शवों के लिए एक ही ठिकाना बना है वहां का शवगृह। जहां मरने वाले को पोस्टमार्टम के इंतजार में रखा जाता है। बात करें अगर सफाई कर्मचारियों की तो कई महीने गुजर गये,लोहिया के इस शवगृह में कर्मचारी झकने तक नहीं पहुंचे। जिससे शवों से निकलने वाले रक्त से पूरा शवगृह लाल हो गया है जो बुरी तरह से बदबू मारता है। न ही उसमें लाइट की व्यवस्था है और न ही उसका फ्रिज ही ठीक तरह से काम करता है। मजे की बात यह है कि कागजों में सब कुछ बहुत ही सुसज्जित ढंग से चलाया जा रहा है और विभाग सब कुछ जानते हुए भी मौन है।