फर्रुखाबाद: 26 जनवरी झण्डा रोहण के समय गढ़िया ग्राम के निर्माणाधीन पूर्व माध्यमिक विद्यालय भवन का छज्जा अचानक ढह जाने से 5 बच्चों व प्रभारी प्रधानाध्यापक के पति सहित आधा दर्जन घायल हो गये थे। इसके बाद ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए मौके पर ही प्रभारी जिलाधिाकारी/मुख्य विकास अधिकारी आईपी पांडेय ने बीएसए को भवन प्रभारी व ग्राम प्रधान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के र्निदेश दे दिये थे। बीएसए द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी बढ़पुर के माध्यम से थाना मऊदरवाजा भेजी गयी तहरीर पर मुकदमा तो दर्ज हो गया परंतु विभागीय तहरीर में इनते छेद हैं कि तफतीश में मामला निबटता नजर आ रहा है। मजे की बात है कि तहरीर में बीएसए ने अपने जिस आदेश के क्रम में जांच किये जाने का उल्लेख किया है, उस जांच रिपोर्ट की तिथि बीएसए के आदेश से भी पूर्व की है।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय गढ़िया में 26 जनवरी पर ध्वजारोहण के लिए प्रभारी प्रधानाध्यापक विनीता राठौर के पति महेश राठौर प्रातः तकरीबन 8 बजे विद्यालय की छत पर झण्डा लगाने के लिए जैसे ही चढ़े वैसे ही छज्जा भरभराकर नीचे गिर गया। जिसमें स्कूल के 5 बच्चे भी घायल हो गये थे। इसके साथ ही महेश राठौर के भी गंभीर चोट आयीं थीं। घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया था। जिस देखते हुए मौके पर पहुंचे मुख्य विकास अधिकारी आई पी पाण्डेय ने बीएसए को दोषी प्रधान व भवन प्रभारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये थे। [bannergarden id=”8″]
सायंकाल पहले बेसिक शिक्षा अधिकारी भगवत पटेल ने भवन प्रभारी शिक्षक प्रदीप सेंगर को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही सम्बंधित खंड शिक्षा अधिकारी प्रवीन शुक्ला को भवन प्रभारी प्रदीप सेंगर व ग्राम प्रधान बेदराम के विरुद्ध थाना मऊदरवाजा में एफआईआर दर्ज कराने को पत्र लिख दिया। इसी पत्र को अलग से चिटठी लगा कर प्रवीन शुक्ला थाने में दे आये। थाना मऊदरवाजा में आरोपी निलंबित भवन प्रभारी प्रदीप सेंगर व प्रधान वेदराम के खिलाफ धारा 336 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। इस सम्बंध में थानाध्यक्ष मऊदरवाजा हरपाल सिंह यादव ने बताया कि मामले की जांच कर आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जायेगा।
परंतु बेसिक शिक्षा अधिकारी भगवत पटेल का जो पत्र थाने पहुंचा है वह अपने आप में भवन निर्माण के नाम पर विभाग में चल रहे खेल का खुलासा करने के लिये काफी है। अपने इस कथन के समर्थन व पाठकों की सुविधा के लिये हम यहां श्री पटेल के इस पत्र की कॉपी भी प्रस्तुत कर रहे हैं।(FIR LOGO) |श्री पटेल ने अपने पत्र में लिखा है कि संबंधित भवन के विषय में जिलाधिकारी को दिनांक 10 दिसंबर एंव 28 दिसंबर 2012 को शिकायत की गयी थी। इस शिकायत के क्रम में बीएसए ने 07 जनवरी को पत्र लिखकर अवर अभियंता आरएईएस व जिला समंवयक (निर्माण) श्रीनिवास मिश्रा को जांच सौंपी। सबसे मजेदार तथ्य तो यह है कि इस आदेश के क्रम में दोनेां आधिकारियों द्वारा संयुक्त जांच रिपोर्ट 27 दिसंबर (जांच आदेश से भी 11 दिन पूर्व) को ही दे दी गयी। जांच रिपोर्ट में मिली कमियों के आधार पर खंड शिक्षा अधिकारी ने निर्माण प्रभारी को सुधार के आदेश दिये। आदेश के बावजूद सुधार नहीं कराया गया, जिसके चलते शनिवार को यह हादसा हो गया।