फर्रुखाबाद: जिला पूर्ति कार्यालय में मोटी रकम लेकर रईशजादों के अंत्योदय व बीपीएल कार्ड बनाने का धंधा जोरों पर चल रहा है। वहीं गरीबों के बीपीएल कार्ड के नम्बर पर दूसरे रईशजादों से रुपये लेकर उसी नम्बर पर कार्ड जारी करने का भी खेल जारी है। जिससे शासन की गरीबों को सस्ते राशन उपलब्ध कराने की योजना गर्त में जाती दिखायी दे रही है।
जनपद में गरीबों के बीपीएल व अंत्योदय कार्ड संख्या पर फर्जी तरीके से अन्य रईशजादों से रुपये लेकर उनको राशनकार्ड जारी कर दिये हैं। ऐसा ही मामला ब्लाक नबावगंज क्षेत्र के ग्राम बसईखेड़ा में उजागर हुआ। जहां पर दुकानों व लाइसेंसी राइफल व बंदूक रखने वाले विनोद पुत्र सुघर सिंह को नियम विरुद्व तरीके से अंत्योदय कार्ड जारी कर दिया गया। इसके अलावा विनोद को एपीएल कार्ड भी जारी किया गया है। वहीं रईशों की श्रेणी में ही शामिल पूर्व प्रधान के पुत्र राजवीर पुत्र रामसेवक को भी अंत्योदय कार्ड जारी किया गया है। जिनको बकायदा एपीएल कार्ड भी जारी किया गया है। वहीं देवेन्द्र सिंह पुत्र वेदराम, दिनेश पुत्र किशनलाल, श्यामपाल पुत्र जागेश्वर को अंत्योदय व एपीएल दोनो तरीके के राशनकार्ड जारी किये गये हैं।
बीपीएल सूची में कोई, राशनकार्ड किसी के नाम
फर्जी बाड़े का सबसे बड़ा खेल डीएसओ कार्यालय में यही चल रहा है कि जिन लोगों के बीपीएल सूची में नाम हैं उनको कार्ड जारी न कर दूसरे लोगों से मोटी रकम लेकर उनको उसी नम्बर पर कार्ड जारी कर दिया गया। जिनमें बीपीएल राशन कार्ड संख्या 13118 जोकि शिव कुमार पुत्र रामसिंह निवासी ग्राम बसईखेड़ा नबावगंज के नाम चढ़ा है। लेकिन कार्ड संख्या 13118 बसईखेड़ा के ही निवासी सूबेदार पुत्र दाताराम को फर्जी तरीके से आवंटित कर दिया गया।
वहीं बीपीएल कार्ड संख्या 13101 जोकि अहमनूर खां पुत्र शीशराम निवासी बसईखेड़ा के नाम बीपीएल सूची में चढ़ा है। लेकिन इसी कार्ड संख्या से रामनरेश पुत्र लटूरी सिंह के नाम राशन कार्ड जारी कर दिया गया। वहीं कार्ड संख्या 13116 बीपीएल सूची में महेश सिंह पुत्र अहिवरन के नाम चढ़ा है लेकिन इसी संख्या पर बीपीएल राशन कार्ड फर्जी तरीके से विजय सिंह पुत्र जयवीर सिंह को जारी कर दिया गया। इसी तरीके से कार्ड संख्या 13110 बीपीएल सूची में हरिमान सिंह पुत्र जाहसिंह के नाम चढ़ा है लेकिन फर्जीबाड़े के चलते इसी संख्या पर परशुराम पुत्र गन्धवी के नाम बीपीएल कार्ड जारी कर दिया गया।
इसके अलावा भी जनपद में हजारों बीपीएल कार्ड इसी तरीके के हैं जिनके बीपीएल सूची में तो नाम हैं लेकिन उन्हें बीपीएल राशन कार्ड न देकर अन्य अपात्र लोगों को उसी संख्या पर बीपीएल कार्ड जारी कर दिये गये हैं।