फर्रुखाबाद: बेसिक शिक्षा विभाग में 2678 परिषदीय शिक्षकों की दो वर्ष बाद तैयारी के साथ जारी की गयी वरीयता सूची में अनियमिततायें ही अनियमिततायें प्रकाश में आयीं हैं जिसके चलते ब्लाक लिपिक इस सूची को प्रकाशित न कर दबाये बैठे हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भगवत पटेल ने 21 दिसम्बर 12 को प्राथमिक सहायक अध्यापक 1052 तथा प्राथमिक के प्रधानाध्यापक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापक 1626 की जारी वरीयता सूची समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों को ब्लाक संशाधन केन्द्र पर प्रकाशित कराके प्राप्त आपत्तियों के प्रमाणपत्रों सहित अभिलेखों को 10 दिन में संशोधन हेतु जमा करने के निर्देश दिये थे।
जारी सूची के प्रथम पेज की अनियमिततायें सामने आयीं हैं। जिसमें किसी भी शिक्षक के विकास क्षेत्र का नाम नहीं है। शिक्षक की प्रथम नियुक्ति तथा पदोन्नति तिथि भी एक ही अंकित कर दी गयी है। यही नहीं विगत वर्ष सेवानिवृत्त हो चुके शिक्षकों को भी वरीयता सूची में शामिल किया गया है। इसके साथ ही दूसरे जनपद में स्थानांतरित हो चुके तथा नगरीय क्षेत्र में समायोजित हुए शिक्षकों को भी वरीयता सूची में शामिल किया गया है। जिसके कारण शिक्षकों को अपने सही वरीयता क्रम की जानकारी नहीं हो पा रही है। ब्लाक लिपिकों द्वारा गलत तरीके से डाटा फीडिंग किये जाने से शिक्षकों के बीच सूची प्रकाशन होने पर अनियमितताओं का पुलिंदा खुलने के भय से इस सूची को प्रकाशित न कर अपने पास दबाये बैठे हैं। इस सम्बंध में खण्ड शिक्षा अधिकारियों से जानकारी चाही गयी तो उन्होंने गोलमोल जबाव देकर इति श्री कर ली।