फर्रुखाबाद: जनपद में महोत्सव के उदघाटन अवसर पर आये बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी के सामने शिक्षकों व शिक्षक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने समस्याओं का पुलिंदा रख दिया। जिसको देखकर मंत्री ने कहा कि आप लोग धैर्य बनाये रखें, सभी की समस्याओं का हल कर दिया जायेगा। मंत्री को राष्ट्रीय शैक्षिक संघ, कस्तूरबा बालिका विद्यालय एसोसिएशन, विशेष शिक्षक अभिभावक संघ ने अलग अलग समस्यायें रखीं।
इस दौरान राष्ट्रीय शैक्षिक संघ द्वारा मंत्री को दिये गये पत्र में कहा कि परिषदीय भवन निर्माण एवं अतिरिक्त कक्ष में कमी पाये जाने पर केवल शिक्षकों को ही दोषी न माना जाये वल्कि तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त अवर अभियन्ता एवं निरीक्षणकर्ता विभागीय अधिकारियों एवं ग्राम प्रधान को भी जिम्मेदार माना जाए।
विगत वर्षों में अपूर्ण विद्यालय भवनों की जांच करायी जाये। छठे वेतन आयोग का पूर्व माध्यििमक स्तर पर 40 प्रतिशत वोनस तथा तीन माह का वेतन अंतर भत्ता व तीन वर्ष का डीए दिया जाये। उपस्थित बच्चों का प्रतिमाह भोजन में प्रयुक्त खाद्यान्न का विवरण विद्यालयवार उपलब्ध होने के पश्चात भी खाद्यान्न एवं कनवर्जन कास्ट का आवंटन मानक के अनुसार नहीं किया जा रहा है। 57 अध्यापकों को प्रोन्नत वेतनमान की स्वीकृति प्रदान की गयी जबकि अन्य को छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि सभी को तत्काल प्रोन्नत वेतमान दिलाया जाये। शिक्षकों को जनगणना, भवन गणना, पोषाहार, भवन निर्माण जैसे कार्यों में न लगाया जाये। जिससे बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता पर विपरीत असर पड़ता है। इस दौरान पी आर सिंह कश्यप, नरेश चन्द्र द्विवेदी भी मौजूद रहे।
वहीं कस्तूरबा गांधी आवासी बालिका विद्यालय शिक्षक शिक्षणेत्तर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के कर्मचारियों ने बेसिक शिक्षा मंत्री को पत्र सौंपकर कहा कि कर्मचारियों को विनयमित किया जाये। कर्मचारियों को नवीनीकरण की प्रक्रिया से मुक्त किया जाये। मानदेय में वृद्वि की जाये। कर्मचारियों को सवैतनिक चिकित्सकीय, मातृत्व, ग्रीष्मकालीन अवकाश प्रदान किये जायें आदि से सम्बंधित 7 सूत्रीय मांगपत्र सौंपा है।
बेसिक शिक्षा मंत्री से टीईटी पास इन्टीनरेन्ट, रिसोर्स टीचर्स, प्री इन्टीग्रेशन के शिक्षकों को भी भर्ती में शामिल किये जाने की मांग की गयी। उन्होंने मांग की कि विशेष शिक्षकों को शिक्षा मित्रों की भांति नियुक्ति में 10 प्रतिशत अंकों की छूट दी जाये।