फर्रुखाबाद : वेतन, एसीपी, एरियर की मांग को लेकर भ्रष्ट अधिकारियों के विरुद्ध पिछले पांच दिनों से स्वास्थ्य कर्मचारी मोर्चा खोले हुए हैं। शनिवार को स्वास्थ्यकर्मियों ने विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों की बुद्धि शुद्धि के लिए सीएमओ कार्यालय के बाहर हवन कर आहुतियां दीं।
इस दौरान स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि विभागीय अधिकारयों द्वारा आकस्मिक अवकाश के लिए नये मानक तय किये गये हैं जिसके अनुसार शर्त रखी गयी कि आकस्मिक अवकाश पाने के लिए पति या बेटे की मृत्यु होना आवश्यक है। यह अत्यंत निंदनीय है। इस तरह के नये आदेश करने वाले चिकित्साधीक्षक को तत्काल कार्यमुक्त किया जाना चाहिए।
स्वास्थ्यकर्मियों ने हवन में आहुतियां देने के बाद एक बैठक का आयोजन किया। बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि समस्या का निस्तारण न होने पर वर्ष के अंतिम दिन ३१ दिसम्बर को स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी बेईमानी करने वाले व भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों का पुतला दहन करेंगे तथा १ जनवरी को जिलाधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर पोल खोलेंगे। ८ जनवरी को समस्त कार्यों का बहिस्कार किया जायेगा।
इस दौरान शेष नरायण सचान, नारायण देव, राकेश कुमार बाथम, प्रभू दयाल, पंकज शुक्ला, जितेन्द्र सिंह, यश कुमार यादव, अभिषेक कुमार, वीवी कटियार, सफदर हुसैन सहित तीन दर्जन से अधिक कर्मचारी मौजूद रहे।