फर्रुखाबाद: अल्पसंख्यक समुदाय के लगभग दो दर्जन लोगों ने जिलाधिकारी को पत्र सौंपकर कहा है कि चुनावी रंजिश के चलते नाबालिग युवक अनस को भाजपा नेताओं द्वारा बलात्कार के झूठे आरोप में फंसाया जा रहा है। जिसकी निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों पर कार्यवाही किये जाने की मांग की है।
पत्र में कहा गया है कि 19 दिसम्बर को अल्पसंख्यक समुदाय के नाबालिग युवक अनस को पुलिस द्वारा भाजपा नेताओं के दबाव में बलात्कार के झूठे आरोप में फंसा दिया है। नगर पालिका के चुनाव के दौरान अनस के पिता जमील ने बार्ड सदस्य अकबरी बेगम का समर्थन किया था। विगत चुनाव में हारे अन्य प्रत्याशी के पुत्र हरिओम व अन्य राजनैतिक रंजिश निकालने के लिए भाजपा के सहयोग से अनस को झूठे मुकदमें में फंसा रहे हैं। जिससे अल्पसंख्यक समाज में काफी रोष है। अल्प संख्यक समुदाय के लोगों की मांग है कि अनस के खिलाफ लिखाये गये मुकदमे की निष्पक्ष जांच कराकर दोषी लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जाये। प्रिनिधि मंडल ने इस प्रकार की घटनाओं की आड़ में शहर के साम्प्रदायिक सौहार्द को खराब करने की कोशिश करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि मैं जांच करवा रहा हूं इस तरह से हंगामा करने से कुछ नहीं होगा। आप लोग शांत रहें। इस दौरान असलम अंसारी, मुजाहिद अंसारी, मोवीन अंसारी, सरफराज अहमद, मो0 इसरार मंसूरी, अयान खां, नदीम खान, नईम खां, मो0 जावेद, असलम खां, मोहसिन आदि मौजूद रहे।