रमन हत्याकाण्ड: फिंगर प्रिंट के जरिये पुलिस करेगी आरोपियों का खुलासा

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फर्रुखाबाद: बीते 26 नवम्बर को लापता हुए पांच वर्षीय रमन के शव को शनिवार एक दिसम्बर को बघार नाले से बरामद कर लिया गया था। जिसके बाद उसकी हत्या के पीछे छिपे कारणों का पता लगाने का पुलिस प्रयास कर रही थी। एक तरफ डाग स्क्वायड को लगाया गया तो वहीं दूसरी तरफ फिंगर प्रिंट के जरिये आरोपी का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस का दावा है कि वह फिंगर प्रिंट के जरिये आरोपी का खुलासा करेंगे।

रमन की हत्या के पीछे उलझी गुत्थी को सुलझाने में जुटी पुलिस ने बीते एक दिसम्बर को ही पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर आरोपी किशन पाल गौर व उसके पुत्र प्रदीप गौर को गिरफ्तार कर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया था। इसके बाद थाना पुलिस ने आरोपियों के लिए हत्या के साक्ष्य जुटाने के प्रयास तेज कर दिये हैं। उधर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और दूसरी तरफ पुलिस ने प्रदीप को लेकर उस इलाके में भी पुनः रविवार को जांच पड़ताल की। वहीं दूसरी तरफ फील्ड यूनिट की टीम ने पोस्टमार्टम से मृतक रमन के पैर से प्रिंट लिये। इसके बाद सींगनपुर में भगवानदीन गौड़ के ट्यूबवेल की टंकी में बने पैरों के निशानों से मैच किये हैं। सूत्रों की मानें तो पुलिस आरोपियों तक पहुंच चुकी है।

इस सम्बंध में थानाध्यक्ष मऊदरवाजा हरपाल सिंह यादव ने बताया कि पकड़े गये दोनो आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि फिंगर प्रिंटस के जरिये आरोपियों की गिरफ्तारी शीघ्र कर पूरी घटना का खुलासा किया जायेगा। कुछ लोगों से फिंगर प्रिंट मैच भी किये हैं।