सहायता मांगने गये पीड़ित को आश्वासन की घुट्टी देकर सीएम ने बैरंग लौटाया

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फर्रुखाबाद: थाना राजेपुर क्षेत्र के ग्राम उजरामऊ निवासी विजय कुमार पुत्र महिपाल सिंह बीते अगस्त माह में मार्ग दुर्घटना में रीड़ की हड्डी टूट गयी थी। विजय कुमार ने इलाज में अपना सब कुछ जब खर्च कर दिया तो उसने 27 अगस्त को लोहिया में भी इलाज कराया था। लेकिन वहां पर सही न होने पर वह घर पर ही मौत का इंतजार देखता रहा। जब कोई उसके सहयोग में नहीं उतरा तो उसने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय में परिवार के साथ पहुंचकर डेरा जमा लिया। जहां से सिटी मजिस्ट्रेट ने आर्थिक सहायता का भरोसा दिलाकर लोहिया अस्पताल भिजवा दिया।
राजेपुर थाना क्षेत्र के ग्राम उजरामऊ के महिपाल सिंह के परिवार में उसकी पत्नी सोनी, पुत्र विजय कुमार व एक पुत्री थी। महिपाल जाटव खेती का काम करते हैं और परिवार का भरण पोषण उसी से होता है। विजय कुमार जाटव बड़ा होने पर ट्रक चलाने की शिक्षा लेने के लिए  एक ट्रक चालक के साथ बतौर सहगिर्द प्रैक्टिस करने लगा। लड़के को सही सलामत नौकरी लग जाने पर विजय बहादुर फूला नही समा रहा था। लेकिन उसे यह पता नहीं था कि उसकी किस्मत में कुछ और ही होने वाला है। विजय एक दिन लखीमपुर की तरफ से वापस आ रहा था तभी उसकी मार्ग दुर्घटना में रीड़ की हड्डी टूट गयी। किसी व्यक्ति ने उसे लखीमपुर के एक प्राइवेट चिकित्सालय में भर्ती करा दिया। लेकिन उस समय विजय के पास ज्यादा पैसे न होने की बजह से चिकित्सालय से उसे निकाल दिया गया। उसने अपने घर रहकर आवास विकास के एक हड्डी रोग विशेषज्ञ के यहां भर्ती हो गया। काफी दिन भर्ती रहने के बाद विजय को डाक्टर ने जबाब दे दिया। इस दौरान उसका तकरीबन डेढ़ लाख रुपया खर्च हो चुका था। इसके बाद उसे बरेली में एक प्राइवेट नर्सिंगहोम में दोबारा भर्ती कराया गया। लेकिन वहां भी उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। इसके बाद वह लाचार होकर लोहिया अस्पताल आया जहां पर इलाज के दौरान वह कई दिनों तक लोहिया गेट पर भी पड़ा रहा। उस समय जेएनआई द्वारा पहल करने पर सीएमओ ने उसे दोबारा लोहिया में भर्ती करा दिया। लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। थक हारकर विजय अपने घर चला गया।
सोमवार को विजय अपने परिजनों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा। जहां पर जिलाधिकारी के न मिलने पर उसने परिवार के साथ वहीं पर डेरा जमा लिया। सूचना पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट ने ७ दिन के अंदर आर्थिक सहायता देकर उसका इलाज लखनऊ के ट्रामा सेन्टर में कराने का भरोसा दिलाया है। फिलहाल उसे लोहिया अस्पताल में इलाज के लिए भिजवाया गया है।