फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी ने बीते दिनों जनपद के अधिकारियों को निर्देश दिये थे कि बिना उच्चाधिकारियों की अनुमति के किसी भी अधिकारी व कर्मचारी का स्थानांतरण व पोस्टिंग या पटल बदलने की कार्यवाही नहीं की जायेगी। लेकिन जनपद के जिला विकास अधिकारी ने मनमानी के चलते उच्चाधिकारियों को धता बताकर 24 घंटे के अंदर बिना किसी आदेश के दो वरिष्ठ सहायकों के पटल परिवर्तित कर दिये। इतना ही नहीं नियमों को धता बताकर एक ही पद पर दोनो लिपिको को तैनाती के पत्र भी सौंप दिये गये।
पूरे प्रदेश में जहां एक तरफ अपराध व भ्रष्टाचार पैगें बढ़ाता हुआ नजर आ रहा है वहीं जनपद में भ्रष्टाचार व अपराध अधिकारियों की गोद में हिलोरें ले रहा है। जिसको कर्मचारी व अधिकारी बढ़ावा देने में जुटे हुए हैं। इसी के चलते जिला विकास अधिकारी ने 16 नवम्बर को जिला विकास कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक रतनेश कुमारी का पटल परिवर्तन कर दिया। उनके स्थान पर 16 नवम्बर को ही प्रीती तिवारी को पत्र संख्या 3441 के आधार पर तैनात किया गया। लेकिन दूसरे दिन ही बिना किसी उच्चाधिकारी की अनुमति या परामर्श के मनमानी करते हुए डीडीओ ने प्रीती तिवारी के स्थान पर पत्र संख्या 1341 से राममोहन भल्ला को अतिरिक्त चार्ज दे दिया।
जबकि जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी ने पिछले दिनों ही सख्त निर्देश दिये थे कि उच्चाधिकारियों के आदेश के बिना न ही किसी को चार्ज सौंपा जायेगा और न ही किसी का स्थानांतरण या पटल बदलने जैसी कार्यवाही की जायेगी। लेकिन डीडीओ ने डीएम के आदेश को धता बताते हुए 24 घंटे के अंदर एक ही पटल पर दो बार दो कर्मचारियों का स्थानांतरण कर दिया।
सूत्रों की मानें तो एक अधिवक्ता ने जन सूचना अधिकार के तहत एक ही पटल पर 12 से 18 वर्ष तक कार्य करने वाले कर्मचारियों की जानकारी मांगी थी। जिसके बाद से डीडीओ ने कर्मचारियों के पटल इधर से उधर करने की कार्यवाही अपनी मनमर्जी के शुरू कर दी।