फर्रुखाबाद: प्रमाणपत्रों के नाम पर अवैध वसूली करने में लेखपालों का कोई जोड़ नहीं है। मन माफिक रकम वसूलकर आवेदक के मन माफिक प्रमाणपत्र बनाने में लेखपालों को महारत हासिल है और अगर लेखपालों पर दक्षिणा न चढ़ाई जाये तो प्रमाणपत्र के सत्यापन में ही रोड़ा हटका देते हैं। इसी बात को लेकर एक अधिवक्ता के मौसेेरे भाई के साथ कादरीगेट निवासी एक लेखपाल की कहासुनी हो गयी। इसको लेकर अधिवक्ता ने लेखपाल को जमकर पीट दिया। बाद में मामले को रफादफा कर दिया गया।
जानकारी के मुताबिक गणेश प्रसाद स्ट्रीट निवासी एक व्यक्ति तहसील में अपना मूलनिवास प्रमाणपत्र बनवाने के सत्यापन के लिए कई दिनों से दौड़ रहा था। जिसको लेकर सोमवार दोपहर युवक की लेखपाल से कहासुनी हो गयी। मौके पर युवक का मौसेरा भाई जो कि एडवोकेट है पहुंच गया और लेखपाल से विवाद शुरू हो गया। मामले को ज्यादा बढ़ता देख गुस्साये अधिवक्ता व उसके भाई ने लेखपाल को पीट दिया। लेखपाल के मारपीट होने पर मौके पर काफी भीड़ एकत्र हो गयी। बाद में जैसे तैसे मामले को शांत कर रफा दफा कर दिया गया।