अनुदान हड़पने को बने फर्जी शौचालयों की जांच को टीमें गठित

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फर्रुखाबाद: वर्ष 2008-09 में जिला नगरीय विकास अभिकरण द्वारा नगर पालिका व नगर पंचायत क्षेत्रों में बनवाये गये शौचालयों में भारी फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद प्रशासन ने उच्च स्तरीय अधिकारियों से जांच करवाने के आदेश दिये हैं। शौचालय निर्माण में अनुदान हड़पने के लिए डूडा के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत के चलते लक्ष्य से अधिक शौचालयों का निर्माण कराकर लाखों का हेरफेर कर दिया गया।

विदित हो कि जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) द्वारा शौचालय निर्माण कराने हेतु नगर पालिका व नगर पंचायतों की ओर से सर्वे कराकर लिस्ट सौंपी गयी थी। सर्वे के दौरान जो लक्ष्य नगर पालिका व नगर पंचायतों द्वारा दिया गया उससे कहीं अधिक शौचालय कागजों में बना दिये गये व अनुदान का बंदरबांट कर लिया गया। इतना ही नहीं डूडा के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से कुछ लाभार्थियों को मात्र सीमेंट की बोरी दे दी गयीं, किसी का केवल टेंक बनवा दिया गया तो किसी का टैंक बना था तो मात्र पोट ही रखवा दिये गये और पूरे शौचालय का बजट हड़प कर लिया गया। जबकि शासन स्तर से निर्देशों के मुताबिक एक शौचालय पर 9 हजार रुपये की धनराशि दी गयी। जिसमें से एक हजार रुपये लाभार्थी से लेकर कुल 10 हजार रुपये में शौचालय को पूर्ण निर्माण कराकर लाभार्थी को दिया जाना था। लेकिन शौचालय निर्माण कराने वाली संस्थाओं ने जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत के चलते कागजों में लक्ष्य से अधिक शौचालय दिखाकर रुपये का भुगतान करा लिया।

नगर पालिका फर्रुखाबाद क्षेत्र के लिए कुल 2829 शौचालय निर्माण का लक्ष्य दिया गया था लेकिन डूडा द्वारा लक्ष्य से अधिक 3125 शौचालयों का निर्माण कागजों में दिखा दिया। वहीं कायमगंज नगर पालिका क्षेत्र में कुल 450 शौचालय निर्माण का लक्ष्य दिया गया था जिसके सापेक्ष कुल 498 शौचालयों का निर्माण दिखाकर रुपये को निकाल लिया गया। कमालगंज नगर पंचायत में 271 के सापेक्ष 276 शौचालयों का निर्माण कराया गया। वहीं कुछ जगह हकीकत में कराये गये शौचालय निर्माण से कहीं अधिक शौचालय निर्माण कागजों में दिखाये गये हैं। जिनमें शमसाबाद में 200 के सापेक्ष 168, मोहम्मदाबाद में 172 के सापेक्ष 196, कंपिल में 500 के सापेक्ष मात्र 159 शौचालयों का निर्माण कराया गया।

शौचालयों के निर्माण की हकीकत को परखने के लिए अलग अलग टीमें गठित कर अधिकारियों से जांच कराने के निर्देश दिये गये हैं। जिनमें नगर पालिका फर्रुखाबाद में शौचालय निर्माण की जांच के लिए जिला विकास अधिकारी व नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गयी है। कायमगंज में समाज कल्याण अधिकारी अनुराग वर्मा व एसडीएम कायमगंज, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका कायमगंज को जांच सौंपी गयी है। कमालगंज की एसडीएम सदर भगवानदीन वर्मा व व ईओ कमालगंज सत्यापन करेंगे। नगर पंचायत शमसाबाद क्षेत्र में बने शौचालयों का सत्यापन एसडीएम सदर भगवानदीन वर्मा व ईओ शमसाबाद की निगरानी में टीम के द्वारा किया जायेगा।

नगर पंचायत मोहम्मदाबाद में डूडा द्वारा बनवाये गये शौचालयों का सत्यापन एसडीएम अमृतपुर व ईओ मोहम्मदाबाद की देखरेख में किया जायेगा। कंपिल का कृषि अधिकारी व एसडीएम अमृतपुर के अलावा ईओ नगर पंचायत कंपिल को जिम्मेदारी सौंपी गयी है।