एक महिला सैन्य अफसर की खूबसूरती पर राजस्थान का एक युवक इस कदर फिदा हुआ कि वह फर्जी कैप्टन बनकर साये की तरह उसका पीछा करते हुए कई राज्यों की सीमाएं लांघकर जम्मू पहुंच गया। यहां उसके फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हुआ और अब वह पुलिस की गिरफ्त में है। पुलिस उसके देशविरोधी गतिविधियों में शामिल होने के मामले की भी जांच कर रही है।
बीकानेर निवासी लेफ्टिनेंट जाह्नवी चुरू निवासी के उमेश कुमार के झांसे में आ गई और दोनों के बीच दो साल तक प्रेम प्रसंग चलता रहा। दोनों में काफी नजदीकियां बढ़ गई। जम्मू-कठुआ रेंज के डीआइजी जेपी सिंह ने बताया कि उमेश 2010 में किसी काम से महाराष्ट्र के पुणे स्थित सेना के ट्रेनिंग सेंटर गया था। वहां परेड चल रही थी। उमेश परेड में शामिल इस युवती पर फिदा हो गया। उसने युवती को अपना परिचय सेना में कैप्टन के तौर पर करवाया।
युवती के पिता राजस्थान में ही सेना में तैनात थे। इस वजह से दोनों की नजदीकियां बढ़ गई। बाद में युवती की पोस्टिंग जम्मू में हो गई तो युवक उससे मिलने जम्मू आने लगा। युवक एक नामी स्कूल का कंप्यूटर टीचर है। उसने आसानी से कई फर्जी सैन्य दस्तावेज तैयार कर लिए, जिसमें कैप्टन का फर्जी पहचान पत्र, कैंटीन का फर्जी स्मार्ट कार्ड तथा सैन्य अस्पताल का कार्ड भी है। नवाबाद पुलिस ने उसे 25 अक्टूबर को जम्मू के राजधानी होटल से हिरासत में लिया था। फर्जी दस्तावेज के जरिये सेना के अति संवेदनशील स्थलों में उसके सेंध लगाने की बात से सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ गई है। पुलिस को आरोपी के साथी चंडीगढ़ के पंचकूला निवासी संदीप देशवाल की तलाश है जिसने उसे जम्मू में मोबाइल सिम कार्ड व अन्य दस्तावेज मुहैया करवाए थे।