फर्रुखाबाद- भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग लड़रही इंडिया अगेंस्ट करप्शन अपने सलमान खुर्शीद विरोधी अभियान पर सांप्रदायिक आरोप लगते देख भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी के पुतले भी फूंकेगी। अरविंद केजरीवाल के करीबी सहयोगी संजय सिंह ने बुधवार को यहां कहा कि उनको सुरक्षा के लिये लाठियों की जरुरत नहीं है। वह गांधीवादी विचारधारा से जुड़े हैं, इस लिये यदि सत्य के मार्ग में उनपर कोई हिंसा भी होती है तो वह उसका सामना करेंगे, हिंसा का सहारा नहीं लेंगे।
आगामी 1 नवंबर को जनपद में अरविंद केजरीवाल की सभा के लिये जमीन तैयार करने के लिये फर्रुखाबाद व आसपास के जनपदों का दौरा कर रहे संजय सिंह तीन दिन में बुधवार को दूसरी बार यहां पहुंचे। पत्रकारों से वार्ता के दौरान संजय सिंह फर्रुखाबाद में केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के विरुद्ध अपनी मुहिम को सांप्रदायिक चश्में से देखे जाने पर काफी परेशान नजर आये। उन्होंने साफ करने की कोशिश की कि उनका अभियान किसी जाति या धर्म के विरुद्ध नहीं, केवल भ्रष्टाचार के खिलाफ है। भ्रष्टाचार के विरुद्ध आंदोलन में यदि उनका सगा भाई भी सामने होगा तो वह हिचकेंगे नहीं।
उन्होंने कहा कि, परंतु उनको अफसोस है कि यहां उनकी मुहिम को सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि किसी को यह लगता है कि केवल सलमान के विरुद्ध आंदोलन कर रहे हैं तो वह गलत है। हमने नरेंद्र मोदी व नितिन गडकरी के विरुद्ध भी मोर्चा खोला है। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर इस भ्रम को दूर करने के लिये कार्यकर्ताओं को निर्देश दे दिये गये हैं। यदि आवश्यक हुआ तो इसके लिये नितिन गडकरी के पुतले भी फूंके जायेंगे।
शहर में स्थानीय मुस्लिम बुद्धजीवियों व धर्मगुरुओं द्वारा अरविंद केजरीवाल की सलमान विरोधी मुहिम को खुलकर विरोध किये जाने पर भी संजय सिंह चिंतित नजर आये। उन्होंने बताया कि स्थानीय कार्यकर्ताओं को निर्देश दिये गये हैं कि वह विरोध कर रहे प्रबुद्ध लोगों से व्यक्तिगत रूप से मिल कर उनको सुबूतों के आधार पर समझाने की कोशिश करें कि उनकी मुहिम सांप्रदायिक नहीं है।
किसान यूनियन द्वारा अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा के लिये लठैत तैयार किये जाने के समाचारों पर भी उन्होंने आपत्ति जतायी। उन्होंने कहा हम मूल रूप से गांधीवादी विचारधारा से जुड़े हैं। हमारे आंदोलन में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। यदि सत्य के मार्ग में कोई हमारे साथ हिंसा करता है तो हम उसका सामना करेंगे, हिंसा का सहारा नहीं लेंगे।