अरविंद केजरीवाल द्वारा लगाये गये अवैध सम्पत्ति के आरोपों का सामना कर रहे नितिन गडकरी के खिलाफ नये खुलासे हुए है। टाइम्स ऑफ इंडिया समाचार पत्र के अनुसार नितिन गडकरी ने सोलह कंपनियों के गलत पते दिखाये हैं। इसके अलावा इन कंपनियों के डायरेक्टर के पदों पर उनके ड्राइवर और अकाउंटेंट हैं। गडकरी की कंपनी ‘पूर्ति पावर ऐंड शुगर लिमिटेड ‘ को आईआरबी (आइडियल रोड बिल्डर्स ) कंपनी ने 164 करोड़ रूपये का फंड दिया है। यह वहीं कंस्ट्रक्शन कंपनी है जिसे गडकरी ने पीडब्ल्यूडी मंत्री रहते हुए मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे निर्माण समेत कई ठेके दिलवाए थे।
गौरतलब है कि आईआरबी के अलावा नितिन गडकरी की कंपनी ‘पूर्ति’ में सोलह कंपनियों के शेयर हैं। कंपनी के रजिस्ट्रार के पास से मिले पतों के अनुसार पांच कंपनियां तो अंधेरी-कुर्ला रोड पर स्थित स्लम एरिया (चाल) के एक कमरे के पते पर रजिस्टर्ड हैं। चार कंपनियों का पता तो झुग्गीवासियों के लिए बनायी जा रही निर्माणाधीन इमारत का दिया गया है। खास बात यह है कि इन कंपनियों में डायरेक्टर के पदों पर उनके रिश्तेदार, ड्राइवर और एकाउंटेंट हैं।
पड़ताल में खुलासा किया है कि घाटे से जूझ रही गडकरी की कंपनी को एक कंस्ट्रक्शन कंपनी ने 164 करोड़ का लोन दिया। इस कंपनी को 1995 से 1999 के दौरान गडकरी के पीडब्लूडी मंत्री रहते तमाम सरकारी ठेके मिले थे। यही नहीं इस कपनी के मालिकान ने गडकरी की पूर्ति पावर में बड़ी निवेश किया है। लेकिन इससे भी सनसनीखेज आरोप है कि कंस्ट्रक्शन कंपनी के अलावा 16 कंपनियों के एक समूह के पूर्ति में शेयर हैं। लेकिन इन कंपनियों के शुरुआती डायरेक्टर गडकरी के लोग मसलन उनका ड्राइवर जिसका नाम मनोहर पानसे, गडकरी का एकाउंटेंट पांडुरंग झेडे, उनके बेटे का दोस्त श्रीपाद कोतवाली वाले और निशांत विजय अग्निहोत्री नाम का एक शख्स थे। यही नहीं पड़ताल में पता चला है कि रिकॉर्ड में मौजूद इन कंपनियों के पते भी फर्जी थे। जिन चार शहरों में ये कंपनियां रजिस्टर्ड हैं वो वहां नहीं मिलीं।
हालांकि गडकरी और उनकी कंपनी के मैनेंजिंग डायरेक्टर तमाम आरोपों से इनकार कर रहे हैं। नितिन गडकरी ने कहा है कि वो किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं। उनके मुताबिक 14 महीने पहले उन्होंने ‘पूर्ति’ कंपनी के चेयरमैन के पद से इस्तीफा दे दिया था। वहीं ‘पूर्ति पावर एंड शुगर लिमिटेड’ के एमडी सुधीर दिवे का कहना है कि पूर्ति को 64 करोड़ का नुकसान हुआ था और कंपनी के प्रमोटर डीपी महिस्कर से उन्हें 164 करोड़ का लोन ग्लोबल सेफ्टी विजिन के जरिए मिला और पूर्ति ने 62 करोड़ रुपये ब्याज समेत लौटा दिए। निवेश, तरक्की और पूर्ति पावर से जुड़ी कंपनियों को लेकर कोई संदेह नहीं है। सभी कंपनियां सही हैं और 12-15 साल पुरानी है। सभी नियम कायदों का पालन करती हैं।
नितिन गडकरी के बिजनेस पर पर केजरीवाल ने कांग्रेस को भाजपा को भाई-भाई बताया है। उन्होंने कहा कि क्या इस खुलासे पर सरकार गडकरी से पूछताछ करेगी। गौरतलब है कि उन्होंने रॉबर्ट वाड्रा, एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उनके लगाए आरोपों के बाद भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने कहा है कि पार्टी पूरी तरह से नितिन गडकरी के साथ है। केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा है कि वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी की कंपनियों की जांच करवाएंगे। उनका यह बयान गडकरी पर लगे उन आरोपों के बाद आया है, जिसमें कहा गया था कि गडकरी की कंपनी पूर्ति गु्रप में शैल कंपनी के भी शेयर हैं और उनका ड्राइवर और अकाउंटेंट उनकी कंपनी के डायरेक्टर में शामिल हैं।