फर्रुखाबाद: जर, जोरू और जमीन इसी के लिए अक्सर पारिवारिक विवाद होते रहते हैं और जो बाद में बड़ा रूप इख्तियार कर लेते हैं। यही कुछ हुआ रात में अपनी भाभी के साथ सो रहे चर्चित बाबा मिथलेश शरण पाण्डेय के साथ जिन्हें बीती रात कुछ लोगों ने कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतार दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लहूलुहान शव को अपने कब्जे में ले लिया।
पड़ोसी जनपद हरदोई के थाना सुरसा के ग्राम तिसौर निवासी 58 वर्षीय बाबा मिथलेश शरन पाण्डेय पुत्र मूलकरन पांच सालों से बाबा हो गये थे और अपना घर बार छोड़कर घटियाघाट के बंधे के पास अपने मामा के लड़के उमानंद मिश्रा के साथ रह रहे थे। बाबा की पत्नी का स्वर्गवास तीन साल पहले ही हो चुका है। बीती रात बाबा अपने मामा के लड़के उमानंद की पत्नी नीता देवी के साथ छत पर सो रहे थे। साथ में उनकी 9 साल की पुत्री हर्षिता व चार साल का लड़का श्यामल भी था। रात तकरीबन 12 बजे कुछ अज्ञात लोगों ने छत पर सीडी द्वारा चढ़कर अचानक सो रहे बाबा मिथलेश के ऊपर कुल्हाड़ी से हमला बोल दिया। ताबड़तोड़ कुल्हाड़ी से बार करने के कारण बाबा बुरी तरह घायल हो गये। चीख पुकार की आवाज सुनकर हत्यारे मौका देखकर फरार हो गये। मामले की जानकारी रात में ही उमानंद मिश्रा को दी गयी जो घटियाघाट चौराहे पर अपने दूसरे घर में सो रहे थे। सूचना मिलने पर उमानंद व अन्य परिजन बाबा को रात में ही कानपुर ले गये। जहां मार्ग में उनकी मौत हो गयी।
घटना के आठ घंटे बाद पुलिस को दी गयी सूचना
मृतक बाबा मिथलेश शरण पाण्डेय की हत्या के समय उनके घर में हरदोई के थाना मझिला के डौआ चतुरपुर निवासी बृजमोहन द्विवेदी पुत्र श्रीराम व फतेहपुर गाजी निवासी श्यामलाल पुत्र डोरी रुके थे। हत्या के बाद मृतक बाबा के मामा के लड़के उमाकांत ने पुलिस को सूचना देना उचित नहीं समझा और रात में ही घायल बाबा को लेकर कानपुर के लिए चले गये। पुलिस को मामले की सूचना प्रातः दी गयी। जिसके बाद मौके पर सीओ अमृतपुर डी एस गर्वियाल, एसओ राजेपुर दिलेश सिंह पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
दबंग किस्म का व्यक्ति था बाबा मिथलेश शरण
मारे गये बाबा मिथलेश शरण दबंग किस्म का व्यक्ति था जो कई महीनों पहले फायरिंग के मामले में हिरासत में लिया गया था और जिसकी लाइसेंसी बंदूक भी पुलिस ने जब्त कर ली थी। बाबा का जमीनी विवाद चाचूपुर के बालक रमेश राजपूत व रामसेवक से चल रहा था। जिसके चलते बाबा का कई बार विवाद हो चुका था।
घर में उमानंद को घुसने नहीं देता था बाबा मिथलेश
जानकारी के मुताबिक बाबा मिथलेश पाण्डेय अपने मामा के लड़के उमानंद के घर काफी वर्षों से रह रहा था। जिसके चलते वह उसकी पत्नी नीता के साथ रहता था। उसका पति उमानंद दूसरे मकान में सोता था। बंधा स्थित मकान पर घुसने के लिए मिथलेश ने कई बार उमानंद की पिटायी भी की थी। जिसका विवाद चल रहा था। कई बार पुलिस द्वारा मामले को निबटाया भी गया। फिलहाल पुलिस बाबा व नीता के साथ प्रेम प्रसंग पर भी जांच कर रही है।
इस सम्बंध में एसओ राजेपुर दिलेश सिंह ने बताया कि प्रथम जांच में मामला प्रेम प्रसंग का ही लग रहा है। लेकिन फिलहाल परिजनों द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर ताहिर अली, शराफत अली, बालकराम व रमेश निवासी चाचूपुर के खिलाफ हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। जांच की जा रही है जल्द ही हकीकत सामने आ जायेगी।