हमारे स्‍कूल: पीने के पानी से महरूम निविया के मासूम छात्र छात्रायें

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फर्रुखाबाद: प्रदेश व केन्द्र सरकार बेसिक शिक्षा के स्तर को सुधारने में भले ही एड़ी चोटी का जोर लगाये हो लेकिन जनपद के अधिकारी व कर्मचारी मिलकर बेसिक शिक्षा को मिट्टी में मिलाने में जुटे हुए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा भले ही बच्चों की सुविधा के लिए स्कूलों में पंखे लगवा दिये गये हों लेकिन जनपद के अधिकांश स्कूलों में आज तक बिजली ही नहीं पहुंचायी गयी है। वहीं राजेपुर विकासखण्ड क्षेत्र के ग्राम निविया में तो बच्चों के पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं की गयी है।

जनपद के बेसिक शिक्षा का हाल बुरा है, यह बात शायद जिलाधिकारी से लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी व अध्यापक तक जानते हैं लेकिन इसके सुधार के लिए आज तक कोई कारगर उपाय नहीं किये गये हैं। इसी के खुलासे के लिए जेएनआई टीम द्वारा जब राजेपुर क्षेत्र के ग्राम निविया के प्राथमिक विद्यालय में जाकर देखा तो वहां पर बच्चों के पीने के पानी के लिए एक हैन्डपम्प तक की व्यवस्था नहीं की गयी है। इतना ही नहीं प्राइमरी विद्यालय के पास ही एक तालाब है। आज तक विद्यालय में चाहरदीवारी नहीं करवायी गयी है। जिससे कभी भी कोई छात्र तालाब में गिरने की आशंका बनी हुई है। वहीं स्कूल में पंखे तो लगवा दिये गये लेकिन बिजली की व्यवस्था नहीं की गयी।

बच्चों की उपस्थिति के बारे में इंचार्ज प्रधानाध्यापक प्रदीपकुमार से पूछा तो उन्होंने बताया कि विद्यालय में कुल पंजीकृत छात्र 115 हैं। जिनमें मात्र 55 उपस्थित हैं। कक्षा एक में पंजीकृत 20 छात्रों में 8, कक्षा दो में  23 में 13, कक्षा तीन में 30 में 19, कक्षा चार में 20 में 6, कक्षा पांच में 22 में सात छात्र छात्रायें ही उपस्थित मिले।
शिक्षामित्र नीलम यादव अवकाश पर चल रहीं हैं। इंचार्ज प्रधानाध्यापक प्रदीप कुमार ने बताया कि प्रधान से कई बार पेय जल की व्यवस्था के लिए कहा गया लेकिन आज तक कोई व्यवस्था नहीं की गयी। बच्चों को बाहर पानी पीने के लिए जाना पड़ता है। वहीं स्कूल के पास तालाब होने से भी तमाम गंदगी का माहौल रहता है।