फर्रुखाबाद: ट्रस्ट बनाकर अमीर होना कोई नयी खबर नहीं है| जिले के शिक्षा माफिया से लेकर नेता तक यही कर रहे है| मामला अकेले कानून मंत्री की पत्नी के ट्रस्ट का नहीं है| मेजर साहब भी एक सामाजिक संस्था चला रहे है| जिसमे वे खुद निदेशक है जो ट्रस्ट के संसाधनों का ही इस्तेमाल रोजमर्रा की निजी जिन्दगी में करते है| जिले में सबसे बड़े शिक्षा संस्थान चलाने वाले दद्दू, अनार, विजय, डॉ प्रभात, ओमप्रकाश, और कितने हे सैकड़ो लोग सामाजिक संस्था के नाम पर बड़ा खेल खेल रहे है| रातो रात रहीस होते नेता? मंत्रियो के चेले चपाटे और केंद्रीय मंत्री के निजी सलाहकार सब ट्रस्ट के रास्ते ही झापा बनाते है|
देश में जब एक कानून मंत्री के ट्रस्ट पर गैरकानूनी काम के आरोप लग रहे है है कुछ रोचक जानकारिया फर्रुखाबाद की और देखिये| वर्ष 2000 के आसपास केंद्र से आयुर्वेद में एलोवेरा लगाने और उसे दवाई बनाने की सप्लाई करने के लिए लाखो रुपया आया था| ये रुपया भी एक चर्चित ट्रस्ट के माध्यम से आया और चुनाव के गोस्त और बिरयानी में खर्च हो गया| कायमगंज क्षेत्र में बाढ़ रोकने के लिए केंद्र से कई करोड़ के बांस (बम्बू) लग चुके है| उस बॉस से बाढ़ रुकी न रुकी अलबत्ता नेताजी जरुर मोटे ताजे हो गए|
ये ट्रस्ट ही सब फसाद की जड़ है| न कोई उद्योग लगता है और न कोई काम धंधा फिर भी सामाजिक संस्था चलाने वाला मालामाल हो रहा है| आपके पास भी हो कोई जानकारी तो जरुर शेयर करे…