फर्रुखाबाद: दिल्ली से आये 35 वर्षीय युवक की उसके ही पड़ोसी ने पुरानी रंजिश की खुन्नस में बीती रात तकरीबन 10 बजे गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
थाना मेरापुर के ग्राम देवसनी निवासी 35 वर्षीय गुड्डन उर्फ महेन्द्र अवस्थी पुत्र विशम्भर दयाल कई वर्षों से दिल्ली में प्राइवेट काम करता था। गांव के ही ईशाचरन पुत्र रैबारी के साथ उसका विवाद चल रहा था। सन 2006 में ईशाचरन ने मेरापुर थाने में एक मुकदमा पंजीकृत कराया था। जिसमें कहा गया कि गुड्डन ने उसके ऊपर जानलेवा हमला किया और उसके गोली मार दी। पुलिस ने मामले को पंजीकृत करने के बाद मामले की छानवीन शुरू की। उसके बाद कुछ लोगों के दबाव में दोनो पक्षों में समझौता हो गया। लेकिन समझौते से रैबारी का परिवार संतुष्ट नहीं हुआ और अंदर ही अंदर उससे बदला लेने की जुगत बना रहा था। गुड्डन का विवाह नहीं हुआ था। मां बाप काफी वर्षों पहले ही खत्म हो चुके हैं।
बीते दो दिन पूर्व गुड्डन दिल्ली से वापस अपने गांव आ गया। पहले से ही इंतजार कर रहे ईशाचरन व उसके परिजनों ने उस पर घात लगा दी। बीती रात उस समय आरोपियों ने गुड्डन के ऊपर हमला बोल दिया। जब वह आरोपियों के दरबाजे से निकल रहा था। जैसे ही गुड्डन को आरोपियों ने देखा तो उसके ऊपर फायर ठोंक दिया। फायर लगने से गुड्डन वहीं छटपटा कर गिर गया। उसके बाद आरोपियों ने उसे अपने चबूतरे पर खींचकर डाल दिया और चाकू से भी कई वार किये और फरार हो गये। अचानक चली गोली की आवाज से पड़ोसी इकट्ठे हो गये। उन्होंने मामले की सूचना मृतक के मामा कौशल किशोर द्विवेदी को दी। सूचना मिलने पर कौशल किशोर मौके पर पहुंचे। पेशे से एडवोकेट कौशल ने मामले की जानकारी पुलिस को दी और घायल गुड्डन को अस्पताल लाने के लिए वाहन की जुगत में लग गये। जब तक वाहन की व्यवस्था हुई तब तक गुड्डन की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने पहुंचकर मामले की जानकारी ली। कौशल किशोर द्विवेदी की तहरीर पर पुलिस ने गंगाचरन, यादराम, रामकिशन पुत्र रैबारी व संजय पुत्र ईशाचरन के खिलाफ हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर लिया और शव का पोस्टमार्टम करवाया।