दो बार समायोजन व अन्तर्जनपदीय शिक्षकों के पदस्थापन के बाद भी एक दर्जन विद्यालय बंद

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फर्रुखाबाद: जनपद में बेसिक शिक्षा परिषदीय संचालित प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में नवीन शैक्षिक सत्र 2012-13 के तीन माह पूर्ण हो जाने के बाद भी दो बार समायोजन एवं अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण पर आये शिक्षकों के पद स्थापन के बावजूद भी जनपद के एक दर्जन से अधिक विद्यालय अभी भी शिक्षकविहीन हैं।

शिक्षा का अधिकार अधिनियम के मानक अनुसार विद्यालयों में शिक्षकों के पद सृजन के सापेक्ष दो बार समायोजन किये जाने पर शिक्षकों द्वारा दुर्गम क्षेत्रों के दस्यु प्रभावित एवं कटरी क्षेत्र के संचालित विद्यालयों में कार्यभार न ग्रहण किये जाने से शिक्षक विहीन चल रहे थे। पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती न होने से बंद थे। प्राथमिक विद्यालय केवल शिक्षामित्र के सहारे संचालित थे। अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण पर आये 129 महिला शिक्षिकायें एवं पुरुष शिक्षकों की तैनाती के लिए समायोजन में न खुल पाने वाले विद्यालयों को चिन्हिंत कर विकल्प लेकर पदस्थापन की सूची जारी कर दी गयी थी। शिक्षक विहीन स्कूलों के चिन्हांकन में भी शिक्षा अधिकारियों ने कई शिक्षक विहीन विद्यालयों के नाम नहीं भेजे। अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण में पद स्थापन के लिए शिक्षक विहीन विद्यालयों की जारी सूची में भी जनपद के एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय और आधा दर्जन प्राथमिक विद्यालयों में एक भी शिक्षक की तैनाती नही की गयी। इनमें कमालगंज विकासखण्ड के पूर्व ब्लाक प्रमुख उमर खां के पैतृक ग्राम बंथल शाहपुर आज भी शिक्षक विहीन है। अन्य शिक्षक विहीन प्राथमिक विद्यालयों में कायमगंज विकासखण्ड के आजम नगर, कैरई, मंसूर नगर, पथरामई में किसी भी शिक्षक का पदस्थापन नहीं हुआ है। शिक्षा अधिकारियों द्वारा शिक्षक विहीन विद्यालयों की सूची में न देने से विकासखण्ड नबावगंज के पूर्व माध्यमिक विद्यालय अलादादपुर बंद चल रहा है। शमसाबाद विकासखण्ड के प्राथमिक विद्यालय फरीदपुर मंगलीपुर में अध्ययनरत 200 छात्रों पर कोई भी शिक्षक कार्यरत नहीं है। यह विद्यालय एक मात्र शिक्षामित्र सीमा के सहारे संचालित है। इस विद्यालय में भी किसी शिक्षक को तैनात नहीं किया गया है। विकासखण्ड मोहम्मदाबाद के प्राथमिक विद्यालय देवसनी में अध्ययनरत 230 छात्रों पर नियुक्त प्रधानाध्यापक एवं सहायक अध्यापक का समायोजन अन्य विद्यालयों में होने के बाद शिक्षामित्रों के सहारे संचालित होने की शिकायत ग्राम प्रधान ने तहसील दिवस में की थी। तहसील दिवस की शिकायत के निस्तारण में अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण पर आये शिक्षकों को तैनात करने की आख्या दी गयी थी। इस विद्यालय में भी किसी शिक्षक के तैनात न होने से शिक्षण सहित विद्यालय संचालन व्यवस्था ठप है।