पुलिस की नाकामी पर नम हो गयीं सीओ की आंखें

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फर्रुखाबाद: पुलिस क्षेत्राधिकारी के नेतृत्व में दो दो थानों की पुलिस मौजूद हो और अपराधी सामने हों इसके बावजूद पुलिस को गच्चा देकर अपराधी फरार हो जाये। और तो और अपराधी सामने से निकल जाये और विवेचक पहचान न सके। ऐसा ही कुछ नजारा शुक्रवार को प्रातः जिला जेल गेट पर देखने को मिला।  गैंगेस्टर जैसे मामले में अपराधी के अपने सामने से गायब हो जाने जैसी बड़ी नाकामी पर सीओ सिटी वी के सिंह इस कदर तिलमिलाये कि उनकी आंखें नम हो गयीं।

प्रातः राजेपुर थाने की पुलिस जिला जेल इसलिए पहुंची कि 14 अगस्त को भूमि विवाद के मामले में फायरिंग करने के आरोप के चलते सात लोगों के खिलाफ धारा 307 में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया था। जिसमें सचिन, कुलदीप, गोले, सोनू, चंदन व राजू को आरोपी बनाया गया था। पुलिस ने सचिन, कुलदीप, गोले को तो संजय और सोनू के अलावा संजय और सोनू को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया था। जिसमें सचिन, कुलदीप व भोले को अदालत ने जमानत दे दी थी। प्रातः रिहाई के दौरान राजेपुर पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए रणनीति बनायी। क्योंकि जेल में बंद अपराधियों पर गैंगेस्टर लगाया गया था। राजेपुर व फतेहगढ़ की पुलिस ने जिला जेल को छावनी में तब्दील कर दिया। मजे की बात यह है कि तीन में से एक अपराधी गोले राजेपुर के एस आई सुनील कुमार वर्मा को गोला देकर निकल गया और पुलिस मुहं ताकती रह गयी। पुलिस पार्टी का नेतृत्व कर रहे क्षेत्राधिकारी नगर वी के सिंह ने इस बावत एस आई सुनील कुमार वर्मा की जमकर क्लास लगा दी और कहा कि तुम्हारी मौजूदगी में गोले कैसे निकल गया। इस पर एसआई सुनील वर्मा ने अपराधी को न पहचानने की बात कही तो गुस्से में तिलमिलाये क्षेत्राधिकारी की आंखें पुलिस की नाकामी पर नम हो गयीं और उन्होंने कहा कि यह है हमारी पुलिस। अपराधी सामने होते हुए भी उसे गिरफ्तार नहीं कर पाये और वह इतने भारी पुलिस बल को गच्चा देकर निकल गया।